पटना: बिहार के औरंगाबाद, मोतिहारी समेत कई इलाकों में पुलिस और डॉक्टर पर हुए हमले को लेकर सरकार काफी सख़्त हो गई है. औरंगाबाद में कार्रवाई तो हुई ही साथ ही चेतावनी भी दी गई है. बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा कि "यह सही बात है कई जगह पुलिसकर्मियों पर हमला हुआ है.ये अज्ञानता में हुआ है, कम्युनिकेशन गैप के चलते हुआ है. जिन लोगों ने ऐसा किया है या जो लोग ऐसा करेंगे उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी.


डीजीपी ने कहा कि हमारे सिपाही से लेकर ऊपर के पदाधिकारी तक जितने हैं वह आपके लिए लड़ रहे हैं.अपनी जान को हथेली पर रख कर रात-दिन बाहर खड़े है, सुबह से शाम तक उनको कौन सुरक्षा देगा. वो आपको समझाने जा रहे हैं, तो आप उन पर हमला कर रहे है. यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.जो ऐसा करेंगे उनके खिलाफ मुकदमा होंगे,उनको हम जेल में सड़ा देंगे. उन्होंने कहा कि कल जो औरंगाबाद में हुआ था, उस मामले में 25 लोग जेल गए. उन पर 307 की धारा भी लगी है,गुंडा पंजी में भी उनका नाम दर्ज होगा.


गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा कि अगर कोई स्वास्थ्य कार्यकर्ता, चिकित्सा अधिकारी, सरकारी कर्मचारी, मजिस्ट्रेट या पुलिस के साथ दुर्व्यवहार करता है तो हम इसे बहुत सख्ती से पेश आएंगे. उन्हें किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा. वे किसी भी वर्ग, जाति या धर्म का हो, इसकी परवाह किए बिना उनके खिलाफ सख्त फैसला लिया जाएगा.


डीजीपी ने कहा कि कल के एक्शन से सभी को स्पष्ट हो गया होगा.जहां-जहां हमले हुए है, वहा तुरंत एफआईआर करके गिरफ्तारी हुई है.जो फरार है, उनकी भी गिरफ्तारी करेंगे,चार्जशीट दाखिल करेंगे, स्पीडी ट्रायल करवाएंगे और गुंडा पंजी में नाम भी अंकित करेंगे. ऐसे लोग हमेशा के लिए दागी होंगे. उन्होंने आगे हृृकहा कि हम हाथ जोड़ते हैं, समझदारी से काम लीजिए, जो आपकी सेवा में जुटे हैं, उन्हीं पर आप पत्थर चलाएंगे? दुर्भाग्यपूर्ण है. ऐसा नहीं होना चाहिए.


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