पटना: बिहार के बाढ़ अनुमंडलीय अस्पताल से मानवता को शर्मसार करने का एक मामला सामने आया है. यहां 13 साल के प्रताप नाम के एक बच्चे का शव उसके परिजनों को बाइक पर ले जाना पड़ा. पोस्टमार्टम के बाद एंबुलेंस नहीं मिलने के कारण परिवार को इस दर्दनाक स्थिति से गुज़रना पड़ा.
बाढ़ पुलिस ने हॉस्पिटल में अपनी औपचारिकता पूरी करने के बाद पोस्मार्टम करवाकर शव परिजनों के हवाले कर दिया जिसके बाद वो इसे बाइक पर लेकर गए. अस्पताल के डीएस की माने तो एक ही एंबुलेंस हैं जिसका इस्तेमाल प्रसव पीड़ित महिलाओं को लाने और ले जाने में किया जाता है. उनका कहना है कि यहां एक और एंबुलेंस की आवश्यकता है.
कल कीचड़ में फंस गया था सीएम मांझी का काफिला
इस घटना से सूबे में स्वास्थ्य विभाग की हक़ीक़त का भी साफ पता चलता है. आपको बता दें कि बिहार में बदहाली का एक और मंज़र कल तब देखने को मिला था जब राज्य का पू्र्व सीएम जीतन राम मांझी का काफिला बारिश से जमे कीचड़ में आधे घंटे तक फंसा रहा.
पूर्व सीएम जीतन राम मांझी का विधानसभा क्षेत्र अतिनक्सल प्रभावित इलाके के रूप में जाना जाता है. मांझी का काफिला अचानक रुक जाने से उनके साथ मौजूद सुरक्षाकर्मियों में हड़कंप मचा गया. सुरक्षा कर्मियों ने जब अपने वाहन से उतर कर देखा तो पता चला कि एडवांस एस्कॉर्ट में काफिले के आगे जाने वाले थाने के जो वाहन और एम्बुलेंस थे वो कीचड़ में फंसे हुए हैं.
करीब आधे घंटे तक काफिला रुका रहा और काफी मशक्कत के बाद जीतन राम मांझी के काफिले की गाड़ियों को उनके सुरक्षाकर्मियों के द्वारा निकाला जा सका.