नई दिल्ली: बीते दिनों सीटों को लेकर बिहार एनडीए में तनातनी देखने को मिली लेकिन बाद में सबकुछ ठीक हो गया और अब उनके लिए खुशखबरी आई है. एबीपी न्यूज-सी वोटर के ताजा सर्वे के मुताबिक अगर अभी लोकसभा चुनाव होते हैं तो बिहार में एनडीए को बंपर सीटें मिलने की संभावना है. इसका मतलब साफ है कि नीतीश कुमार की वापसी एनडीए के लिए फायदेमंद साबित हो रही है.


फिलहाल बिहार में एनडीए में तीन घटक दल हैं. इनमें बीजेपी, जेडीयू और एलजेपी शामिल हैं. बिहार में लोकसभा की कुल 40 सीटें हैं. सर्वे की मानें तो एनडीए को 40 में से 35 सीटें मिल सकती हैं. 2014 में हुए लोकसभा चुनाव के आंकड़ों को देखें तो एनडीए ने कुल 40 में से 31 सीटें जीती थीं लेकिन उस वक्त नीतीश कुमार एनडीए का हिस्सा नहीं थे. यानि इस बार एनडीए को चार सीटों का मुनाफा होता दिखाई पड़ रहा है.


NDA में 2014 में किसने कितनी सीटें जीतीं


2014 में एनडीए में बीजेपी, एलजेपी और आरएलएसपी शामिल थे. इसमें बीजेपी ने 30 सीटों पर चुनाव लड़ा और 22 सीटें जीती थीं. वहीं रामविलास पासवान की पार्टी एलजेपी ने सात में छह सीटों पर जीत दर्ज की थी. उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी आरएलएसपी ने तीन सीटों पर चुनाव लड़ा और तीनों पर ही जीत हासिल की थी. लेकिन अब एनडीए की शक्ल बदल चुकी है. हाल ही कुशवाहा एनडीए से बाहर हो चुके हैं और नीतीश कुमार बहुत पहले एंट्री मार चुके हैं. यहां बता दें कि 2014 के लोकसभा चुनाव में नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू ने दो सीटों पर जीत दर्ज की थी.


गौरतलब है कि एनडीए में सीटों का बंटवारा हो गया है. 'जुड़वा भाई' के फॉर्मूले के तहत जेडीयू और बीजेपी बराबर-बराबर सीटों (17-17) पर चुनाव लड़ेगी वहीं एलजेपी की पार्टी को बाकी बची छह सीटें मिली हैं. खास बात ये कि इस बार रामविलास पासवान लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ेंगे. उन्हें राज्यसभा भेजा जाएगा. पासवान केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री हैं.


वहीं दूसरी इस सर्वे के मुताबिक महागठबंधन पांच सीटों पर सिमट कर रह जाएगी. उपेंद्र कुशवाहा ने हाल ही में एनडीए से अलग होकर महागठबंधन का दामन थामा है. मौजूदा वक्त में बिहार में महागठबंधन में आरजेडी, कांग्रेस, पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी हम, उपेंद्र कुशवाह की पार्टी आरएलएसपी और 'सन ऑफ मल्लाह' मुकेश सहनी शामिल हैं. महागठबंध में फिलहाल सीटों का बंटवारा नहीं हुआ है. 2014 में आरजेडी ने चार, कांग्रेस ने दो और एनसीपी ने एक सीट पर जीत हासिल की थी.


बता दें कि ये सर्वे नवंबर के आखिरी हफ्ते से लेकर दिसंबर के तीसरे हफ्ते के बीच किया गया है. देशभर में किए गए इस सर्वे में 57 हजार 701 लोगों से बात की गई.