(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
पूर्व डीजीपी अभ्यानंद ने किया ब्रह्मजन विद्यापीठ द्वारा संचालित ‘ब्रह्मजन सुपर 100’ की शुरुआत
उन्होंने कहा है कि वह ब्राह्मण औऱ भूमिहार के बच्चों के लिए सुपर 100 चलाएंगे. आज अभ्यानन्द ने बाकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस सुपर 100 के स्वरूप के बारे में बताया.
पटना: सवर्ण गरीबों को आरक्षण मिलने के बाद बिहार के पूर्व डीजीपी और सुपर 30 के संस्थापक अभ्यानन्द ने बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने कहा है कि वह ब्राह्मण औऱ भूमिहार के बच्चों के लिए सुपर 100 चलाएंगे. आज अभ्यानन्द ने बाकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस सुपर 100 के स्वरूप के बारे में बताया.
ब्रह्मजन चेतना मंच के द्वारा ब्राह्मण एवं भूमिहार छात्र,छात्राओं को नि:शुल्क शिक्षा प्रदान के उद्देश्य से स्थापित ब्रह्मजन विद्यापीठ से संचालित होने वाले ‘ब्रह्मजन सुपर 100’ की लांचिंग बिहार के पूर्व डीजीपी अभयानंद के द्वारा की गई. इस मौके पर पूर्व डीजीपी अभयानंद ने कहा कि ‘ब्रह्मजन सुपर 100’ एक सामाजिक प्रयास है. इसके तहत ब्राह्मण और भूमिहार समाज के उन छात्र-छात्राओं को फायदा होगा, जो कहीं न कही पैसे के अभाव एवं अन्य कारणों से पिछड़े हैं.इसमें ब्रह्मजन समाज के समर्थवान लोग आगे आकर अर्थ और ज्ञान से लोगों की मदद करेंगे.
अभयानंद ने महात्मा गांधी का जिक्र करते हुए सुपर 30 के बारे में भी चर्चा की.उन्होंने कहा कि मैंने जब सुपर 30 की शुरूआत की और उसे आगे बढ़ते देखा तो लगा कि इस तरह हम उन बच्चों को मदद कर पायेंगे, जो आर्थिक रूप से पिछड़े हैं. इससे समाज भी आगे बढ़ेगा और बच्चों का भविष्य उज्जवल होगा.उन्होंने कहा कि अगर सभी समाज के समर्थवान लोग आगे आ कर योगदान देंगे, तो उनके समाज के बच्चे भी आगे बढ़गे, वरना पीढि़यां गुजर जायेंगी और उनकी प्रतिभा यूँ ही बेकार रह जायेगी.
पूर्व डीजीपी अभयानंद ने कहा कि साल 2008 में भी जब अल्पसंख्यक समुदाय के द्वारा ऐसी पहल के लिए मुझसे मदद मांगी,तो हम मदद के लिए आगे बढ़े. ब्रह्मजन सुपर 100’ भी उसी दिशा में एक सार्थक कदम इस समाज के लोगों का है और शायद सफल भी हो.
गौरतलब है कि ब्रह्मजन विद्यापीठ द्वारा संचालित ‘ब्रह्मजन सुपर 100’ के लिए 29 मार्च को जांच परीक्षा का आयोजन बिहार में पटना, मुजफ्फरपुर, आरा, सासाराम, सारण, गोपालगंज, जहानाबाद, गया, बेगूसराय, मोकामा, बरबिगहा, लखीसराय, औरंगाबाद, नवादा, भागलपुर और मोतिहारी में किया जायेगा.इसके जांच परीक्षा में सफल ब्रह्मजन समाज के 100 छात्र और 50 छात्राओं को नि:शुल्का रहने, खाने और पढ़ने की व्यवस्था की जायेगी.जिसके ऐकेडमिक मेंटर अभयानंद होंगे. वैसे ब्राह्मण और भूमिहार छात्र एवं छात्राएं जो 2020 में मैट्रिक की परीक्षा में सम्मिलित हुए हैं, वे इस परीक्षा में बैठ सकेंगे.परीक्षा 2 घंटे की होगी और इसमें गणित व तार्किक योग्यता के वस्तु,निष्ठर प्रश्न पूछे जायेंगे.