छपरा: नौवीं कक्षा की छात्रा से कथित तौर पर रेप करने और उससे ब्लैकमेल करने के लिए एक प्राइवेट स्कूल के प्रिंसिपल और एक शिक्षक को आज पोकसो अदालत में पेश किया गया. कोर्ट ने उन्हें एक पखवाड़े के लिए जेल भेज दिया. घटना में कथित तौर पर शामिल स्कूल के चार छात्रों को रिमांड होम भेजा गया क्योंकि वे किशोर हैं.
पीड़िता ने पुलिस को दी शिकायत में आरोप लगाए थे कि स्कूल के प्रिंसिपल, दो शिक्षकों और 16 छात्रों ने उससे सात महीने तक रेप किया. छह लोगों को अतिरिक्त जिला और सत्र न्यायाधीश उदय कुमार उपाध्याय की अदालत में पेश किया गया जो यौन अपराध से बच्चों की सुरक्षा (पोकसो) अदालत के प्रभारी भी हैं.
कोर्ट ने निर्देश दिया कि चार छात्रों के मामले की अलग से सुनवाई हो और इसे किशोर न्याय बोर्ड (जेजेबी) के पास भेजा जाए जो उनकी उम्र की पुष्टि करेगा. न्यायिक मजिस्ट्रेट राकेश मणि तिवारी ने लड़की का बयान भी दर्ज किया.
प्रिंसिपल ने अदालत से कहा कि उनके खिलाफ आरोप गलत हैं और मामले में उन्हें फंसाने का षड्यंत्र चल रहा है ताकि उनकी और उनके स्कूल की बदनामी हो. स्कूल सारण जिला के मुख्यालय छपरा से 35 किलोमीटर दूर स्थित है.
जिले के पुलिस अधीक्षक हर किशोर राय ने कहा कि आईपीसी की धारा 376 (बलात्कार) और 506 (आपराधिक धमकी) और पोकसो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है. लड़की ने अपनी शिकायत में दावा किया कि दिसम्बर 2017 में स्कूल के शौचालय में कुछ छात्रों ने उससे रेप किया.
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि छात्रों ने इस घटना का वीडियो बना लिया और धमकी दी कि अगर उसने इस बारे में किसी को बताया तो वीडियो वायरल कर देंगे. एसपी ने कहा कि पीड़िता ने घटना के बारे में जब प्रिंसिपल से शिकायत की तो उन्होंने उसे मामले की शिकायत नहीं करने के लिए मनाया क्योंकि इससे उसकी और उसके परिवार की बदनामी होती.
लड़की ने आरोप लगाए कि प्रिंसिपल ने दो शिक्षकों के साथ बाद में उससे रेप किया और उसे ब्लैकमेल किया. पीड़िता ने कहा कि वह पुलिस में शिकायत दर्ज कराने का साहस नहीं जुटा सकी क्योंकि उसके पिता कई महीने से जेल में बंद थे. लड़की के पिता कुछ दिनों पहले जेल से रिहा हुए और कल शिकायत दर्ज कराई गई.
हर किशोर राय ने कहा कि पुलिस उपाधीक्षक अजय कुमार सिंह के नेतृत्व में विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है. इस दल ने कल स्कूल का दौरा किया और गिरफ्तारियां कीं. उन्होंने कहा कि अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी हैं.