पटना: बिहार के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने छात्रों से कहा है कि अगर उन्हें कोई भी परेशानी हो तो दो बजे रात को भी राजभवन का दरवाजा उनके लिए खुला है. छात्र संवाद कार्यक्रम में मलिक ने कहा कि बिहार में जातिवाद है और मेरी बिरादरी के लोग नहीं है, इसलिए पैरवी नहीं आती है. आज पटना के एसके मेमोरियल में राज्यपाल सत्यपाल मलिक के भाषण पर खूब तालियां बजीं.


राज्यपाल ने माना कि अब तक की सभी सरकारों ने शिक्षा की उपेक्षा की है. उन्होंने कहा कि केंद्रीय बजट का मात्र छह प्रतिशत खर्च किया जाता है. उन्होंने कहा कि 50 सालों में कभी संसद में शिक्षा बजट पर चर्चा नहीं हुई. राज्यपाल ने जैसे ही यह कहा कि उनका दरवाजा रात के दो बजे भी खुले हैं तो तालियों से हॉल गूंज उठा. राज्यपाल ने खुलकर कहा कोई शिकायत हो तो हमें तुरंत सूचित करें.


लड़कियों से राज्यपाल ने कहा कि यदि कोई तुम्हारे साथ करे छेड़खानी करे तो एफ आई आर करने से पहले हमें सूचना दो, हमारे अधिकारी साथ जाकर एफआईआर कराएंगे. लड़कियों से उन्होंने यह भी कहा कि वे कभी भी राजभवन में फोन कर अपनी परेशानी बता सकती हैं. उन्होंने ये कहकर सबको चौंका दिया कि शिक्षा में सुधार के लिए कारगर कदम उठाए जाएंगे.


इसी कड़ी में हर कॉलेजों मे सीसीटीवी लगाए जाएंगे. मलिक ने साफ कहा कि जिन कॉलेजों मे लड़कियों के लिए शौचालय और कॉमन रूम नहीं होगा उन्हे मान्यता नहीं मिलेगी. उन्होंने छात्रों से अपील की कि वे शिक्षा में सुधार के लिए आगे आएं.


सत्यापाल मलिक ने कहा कि लड़कियां आगे निकल रही हैं, लड़के पीछे हैं. उन्होंने कहा, ''मेरी बिरादरी का कोई नहीं है...बहुत सहूलियत है...नहीं तो बहुत मुश्किल होती.'' सत्यपाल मलिक खुद स्टूडेंट यूनियन के अध्यक्ष रह चुके हैं. वहीं से वे राजनीति में आए. उन्होंने कहा कि वे रोज़ रात को यू ट्यूब पर महाभारत देखते हैं. भीष्म पितामह, अर्जुन और कर्ण उन्हें प्रभावित करते हैं.