एक्सप्लोरर

दिल्ली की तर्ज पर बिहार में सड़कों पर लागू हुआ ऑड-ईवन, जानिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट का क्या है पूरा प्लान

परिवहन सचिव ने बताया कि टैक्सी, कैब, ओला, उबर आदि का परिचालन जिला के अंदर किया जायेगा एवं उसमें ड्राईवर के अतिरिक्त दो व्यक्तियों को बैठाने की अनुमति होगी.

बिहार: लॉकडाउन 4 में केंद्र ने राज्य सरकारों को अधिकार दिया है कि वो अपने राज्य की स्थिति के हिसाब से अलग अलग नियम बनाए. इसी के मद्देनज़र अब बिहार में दिल्ली की तर्ज़ पर सड़कों पर ऑड ईवन लागू किया जा रहा है. परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया है कि ऑटो रिक्शा और ई रिक्शा का परिचालन जिले के अंदर ऑड-ईवन रजिस्ट्रेशन नंबर के आधार पर किया जायेगा. क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक के बाद ये फैसला किया गया है. इसके लिए परिवहन विभाग ने आदेश जारी कर दिए हैं.

बिहार में ऑड-ईवन का कैसा होगा स्वरूप? परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल के मुताबिक सोमवार, बुधवार एवं शुक्रवार को ऑड नंबर के वाहन चलेंगे और मंगलवार, गुरुवार, शनिवार एवं रविवार को ईवन नंबर के वाहन चलेंगे. टैक्सी, कैब, ओला, उबर आदि का परिचालन जिले के अंदर किया जा सकेगा.

जिला के बाहर अंतरजिला परिचालन के लिए जिलाधिकारी द्वारा निर्गत पास या स्पेशल ट्रेन के रेलवे टिकट के आधार पर किया जायेगा. परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि जो दिल्ली या अन्य जगहों से राजधानी स्पेशल ट्रेन से आ रहे हैं, वो चलने के पूर्व ऑनलाइन ओला, उबर टैक्सी की बुकिंग भी करा सकते हैं.

राज्य सरकार की कोशिश है कि जो भी प्रवासी मजदूर बाहर हैं और वे आना चाहते हैं तो उन्हें इस माह के अंत तक लाया जायेगा. लॉकडाउन के दौरान आम लोगों को आवश्यक कारणों से कहीं आने-जाने में परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े, इसके लिए सार्वजनिक परिवहन की गाड़ियों का परिचालन बिहार में ऑड एवं ईवन के तर्ज पर होगा. क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक से मंगलवार को यह निर्णय लिया गया. इस निर्णय के आलोक में परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने सभी जिलाधिकारी एवं वरीय पुलिस अधीक्षक/पुलिस अधीक्षक को अनुपालन का निर्देश दिया है.

परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि ऑटो रिक्शा एवं ई रिक्शा का परिचालन जिला के अंदर ऑड (विषम अंक) एवं ईवन (सम अंक) रजिस्ट्रेशन नंबर के आधार पर किया जायेगा. ऑटो रिक्शा एवं ई रिक्शा में ड्राइवर के अलावा सिर्फ दो व्यक्तियों के बैठने की अनुमति होगी.

परिवहन सचिव ने बताया कि टैक्सी, कैब, ओला, उबर आदि का परिचालन जिला के अंदर किया जायेगा एवं उसमें ड्राईवर के अतिरिक्त दो व्यक्तियों को बैठाने की अनुमति होगी. जिला के बाहर अंतरजिला परिचालन के लिए जिलाधिकारी द्वारा निर्गत पास या स्पेशल ट्रेन के रेलवे टिकट के आधार पर किया जायेगा.

जिले के अंदर विभिन्न मार्गों पर ई रिक्शा, ऑटो रिक्शा, टैक्सी आदि के किराये का निर्धारण संबंधित जिलाधिकारी द्वारा की जायेगी. इसका निर्धारण जिलाधिकारी सोशल डिस्टेंसिंग के अनुसार पैसेंजर की संख्या के रिस्ट्रिक्शन को ध्यान में रखकर समुचित भाड़ा निर्धारित करेंगे.

क्या है ऑड-ईवन और कैसी गाइडलाइन हुई है जारी जिस रजिस्ट्रेशन संख्या का अंतिम अंक 1,2,3,7 अथवा 9 होगा, उसे ऑड (विषम) नबंर कहा जाएगा. उसी प्रकार जिस रजिस्ट्रेशन नंबर का अंतिम अंक 0,2,4,6 अथवा 8 होगा उसे ईवन (सम) नबंर कहा जायेगा.

इस दौराना बाइक टैक्सी का परिचालन पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा.

साइकिल रिक्शा के परिचालन पर नहीं होगा कोई प्रतिबंध, मात्र एक सवारी के बैठने की होगी अनुमति.

कंटेनमेंट जोन की सीमा मं पूर्व से चल रहे प्रतिबंध लागू रहेंगे.

जिले के अंदर विभिन्न मार्गों पर ई रिक्शा, ऑटो-रिक्शा, टैक्सी आदि के किराया का निर्धारण संबंधित जिलाधिकारी द्वारा किया जायेगा.

सवारी को लेकर वाहनों के परिचालन में सोशल डिस्टेंसिंग अपनाना अनिवार्य होगा.

ड्राइवर एवं यात्री को मास्क पहनना अनिवार्य होगा.

वाहन चालक संबंधित वाहन को सेनिटाइज करना सुनिश्चित करेंगे.

स्टैंड पर ऑटो ड्राइवर भीड़ नहीं लगायेंगे.

इंटर डिस्ट्रिक्ट जाने के ओला-उबर की कर सकते हैं एडवांस बुकिंग.

दूसरे राज्यों से बिहार आने वाले लोग रेलवे स्टेशन पर उतरने के बाद ओला, उबर की टैक्सी से घर जा सकेंगे. इसकी ऑनलाइन बुकिंग शुरु की गई है. दिल्ली, मुंबई या अन्य शहरों से आने से पूर्व ही बुकिंग करा सकते हैं. राजधानी स्पेशल ट्रेन से आने वाले यात्रियों को ओला, उबर टैक्सी सुविधा दी जा रही है. पटना से दरभंगा या अन्य किसी जगह जाना चाहते हैं तो एडवांस में भी बुकिंग कर इंटर डिस्ट्रिक्ट जा सकेंगे.

और देखें
Advertisement
Advertisement
25°C
New Delhi
Rain: 100mm
Humidity: 97%
Wind: WNW 47km/h
Advertisement

टॉप हेडलाइंस

Lal Krishna Advani: फिर बिगड़ी BJP के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की तबीयत, अस्पताल में भर्ती
फिर बिगड़ी BJP के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की तबीयत, अस्पताल में भर्ती
चंपई सोरेन ने मुख्यमंत्री पद से दिया इस्तीफा, जानिए कितने दिन तक रहे CM?
चंपई सोरेन ने मुख्यमंत्री पद से दिया इस्तीफा, जानिए कितने दिन तक रहे CM?
कभी नातिन को गोद में लिया तो कभी पोती के साथ खेलते दिखें अंबानी, अनंत-राधिका की मामेरू सेरेमनी से सामने आईं झलकियां
अनंत-राधिका की मामेरू सेरेमनी में बच्चों संग खेलते दिखें मुकेश अंबानी
'मुझे बिहार का सुशांत सिंह राजपूत बनाया जा रहा है...' Khesari Lal Yadav ने क्यों कही थी ऐसी बात? खुद किया खुुलासा
'मुझे बिहार का सुशांत सिंह राजपूत बनाया जा रहा है' खेसारी लाल ने क्यों कही थी ऐसी बात?
Advertisement
ABP Premium

वीडियोज

Hathras Stampede: बाबा के फरार होने की पूरी टाइमलाइन सामने आई | ABP NewsHathras Stampede: हाथरस हादसे के बाद बाबा के कामकाज, आश्रम और फंडिग की होगी पड़तालHathras Accident: हाथरस में मौत का मुजरिम कौन ?, पटियाल की ‘हाथरस रिपोर्ट। Satsang।Hathras StampedeHathras Accident: 121 परिवारों में शोक...वजह 'भोले' का 'भ्रमलोक'? Satsang। Hathras Stampede

फोटो गैलरी

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
Lal Krishna Advani: फिर बिगड़ी BJP के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की तबीयत, अस्पताल में भर्ती
फिर बिगड़ी BJP के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की तबीयत, अस्पताल में भर्ती
चंपई सोरेन ने मुख्यमंत्री पद से दिया इस्तीफा, जानिए कितने दिन तक रहे CM?
चंपई सोरेन ने मुख्यमंत्री पद से दिया इस्तीफा, जानिए कितने दिन तक रहे CM?
कभी नातिन को गोद में लिया तो कभी पोती के साथ खेलते दिखें अंबानी, अनंत-राधिका की मामेरू सेरेमनी से सामने आईं झलकियां
अनंत-राधिका की मामेरू सेरेमनी में बच्चों संग खेलते दिखें मुकेश अंबानी
'मुझे बिहार का सुशांत सिंह राजपूत बनाया जा रहा है...' Khesari Lal Yadav ने क्यों कही थी ऐसी बात? खुद किया खुुलासा
'मुझे बिहार का सुशांत सिंह राजपूत बनाया जा रहा है' खेसारी लाल ने क्यों कही थी ऐसी बात?
हाथरस मामले में हाईकोर्ट के इस रिटायर्ड जज की अगुवाई में बनी कमेटी, 2 पूर्व IAS भी शामिल
हाथरस मामले में हाईकोर्ट के इस रिटायर्ड जज की अगुवाई में बनी कमेटी, 2 पूर्व IAS भी शामिल
प्याज की बंपर पैदावार के लिए किसान भाई इन बातों का रखें खास ध्यान, होगा तगड़ा मुनाफा
प्याज की बंपर पैदावार के लिए किसान भाई इन बातों का रखें खास ध्यान, होगा तगड़ा मुनाफा
पेपर लीक केस में मास्टर माइंड गिरफ्तार, दबोचने के लिए कभी भक्त तो कभी डिलीवरी ब्वॉय बनी पुलिस
राजस्थान: पेपर लीक केस में मास्टर माइंड गिरफ्तार, दबोचने के लिए कभी भक्त तो कभी डिलीवरी ब्वॉय बनी पुलिस
काजू की खेती से आप हो सकते हैं मालामाल, ये मिट्टी और इतना टेंपरेचर है सबसे जरूरी
काजू की खेती से आप हो सकते हैं मालामाल, ये मिट्टी और इतना टेंपरेचर है सबसे जरूरी
Embed widget