पटना: बिहार के दौरे पर पहुंचे गुजरात के पाटीदार नेता ने आज लालू यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव से मुलाकात की. तेजस्वी यादव ने ट्वीट करते हुए कहा, ''महात्मा गांधी की जन्मभूमि से चलकर कर्मभूमि पधारे युवा साथी हार्दिक पटेल से आज अपने आवास पर मुलाक़ात हुई. हम युवा दक्षिणपंथी अधिनायकवाद के ख़ात्मे, समतामूलक समाज के निर्माण, किसानों और युवाओं के हितों के लिए संघर्षरत है. हम तानाशाही ताक़तों से मिलकर व डटकर लड़ेंगे और जीतेंगे.''






लालू यादव के बोलने की स्टाइल, काम का अंदाज पसंद: हार्दिक पटेल 


वहीं हार्दिक पटेल ने कहा, ''लालू यादव से मिलने की उम्मीद तो बड़ी थी. मैं पहले भी कहता आया हूं. मुझे वो बड़े अच्छे लगते हैं. उनके बोलने की स्टाइल, उनका काम करने का अंदाज पसंद है. कल उनका ऑपरेशन हुआ है. 10-12 दिन वे वहां अस्पताल में रहेंगे, जरूर उनसे मिलूंगा. मिलकर ऐसे लोगों से आशीर्वाद लेने में कोई बुराई नहीं है.''


हम जैसे युवा देश के लिए काम करेंगे तो बहुत अच्छा होगा: हार्दिक पटेल 


गुजरात के पाटीदार नेता ने अपने कार्यक्रम का जिक्र करते हुए कहा, "सामाजिक न्याय और एकता के मुद्दे पर आज का यह कार्यक्रम था. सभी जिलों से लोग आए थे और उनके साथ आज सम्मेलन था. सामाजिक न्याय और एकता की बात करना हमारी प्राथमिकता है, बस इसी मुद्दे पर बिहार के पवित्र धरती पर पहुंचे थे. यहां पर हमारे बड़े भाई कह लो या मित्र कहो एक शिष्टाचार मुलाकात के नाते यहां पर आए थे. हम जैसे युवा इस देश के लिए इस देश के विकास के लिए काम करेंगे तो बहुत अच्छा रहेगा. सामाजिक तौर पर हम चाहते हैं कि यहां पर हर एक पिछड़ा समाज, दलित समाज सब मिलकर इस देश को संवैधानिक तरीके से चलाने का काम करें. जो बुरी ताकत इस देश में राज करती है उसको हटाने का काम करें.''


कल हार्दिक पटेल ने कहा था- नीतीश कुमार से मिलने का कोई मतलब नहीं


बता दें कि कल पटना पहुंचने के बाद संवाददाताओं से बातचीत में हार्दिक पटेल ने कहा था कि नीतीश कुमार से मुलाकात का कोई मतलब नहीं है. तेजस्वी यादव से मिलने की इच्छा है. हार्दिक पटेल ने कहा था, ''नीतीश कुमार ने अपना रास्ता बदल दिया है. वह अब भारतीय जनता पार्टी के साथ हैं. उनसे मिलने और बातचीत करने का कोई मतलब नहीं है, क्योंकि मैं बीजेपी के खिलाफ हूं." नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि अगर वो मुझे बुलाते तो मैं उनसे मिलने जाता. नीतीश जी ने हमको इसलिए नहीं बुलाया कि दिल्ली वाले नाराज हो जाएंगे.


गौरतलब है कि जब हार्दिक पिछली बार जब दिसंबर, 2016 में पटना आए थे, तब वह पटना हवाईअड्डे से सीधे मुख्यमंत्री नीतीश के आधिकारिक आवास पर गए थे. राज्य सरकार ने उन्हें वीआईपी सत्कार दिया था. लेकिन इस बार स्थिति अलग है.