पटना: हार्दिक पटेल अपनी राजनीतिक जमीन तैयार करने के लिए गुजरात से पलायन कर रहे बिहारियों की सुरक्षा की गारंटी दे रहे हैं. इसके लिए उन्होंने बाकायदा पटना की सड़कों पर बैनर और पोस्टर लगवाए हैं. हेल्प लाइन नंबर जारी किया है. पटना में पोस्टर लगाने वाले समर्थक भी अपना चेहरा चमका रहे है. लेकिन जब सवाल पूछा गया कि जो बिहारियों पर हमला कर रहे उसके पीछे क्या अल्पेश ठाकोर की सेना है, तो वे सीधा जवाब देने से बचते रहे.


बीजेपी ने साधा निशाना


वहीं बीजेपी के नेता और नीतीश सरकार के मंत्री नंद किशोर यादव ने कहा हार्दिक पटेल का बिहार में क्या प्रभाव है. जिसका प्रभाव गुजरात में समाप्त हो गया हो वो बिहार में क्या करेगा? हार्दिक पटेल को पोस्टरबाजी करने के बजाए पहले अल्पेश ठाकुर से अपने संबंध तोड़ने चाहिए. कांग्रेस पार्टी से संबंध तोड़ने कि घोषणा करनी चाहिए. आरजेडी के साथ कोई संबंध नहीं रखेंगे यह घोषणा करनी चाहिए. तब इस पोस्टर का मतलब है. यह पोस्टर पटना में क्यों लगा रहे हैं? पटना का कौन आदमी जाता है गुजरात नौकरी करने के लिए? लगाना है तो गुजरात के अंदर लगाएं. ये नाटक करने वाले लोग हैं. इन नाटकों से कांग्रेस और आरजेडी के चेहरे पर लगे काले धब्बे मिटने वाले नहीं हैं.