पटना: पटना उच्च न्यायालय ने प्रवासी कामगारों को गुजरात से बिहार ला रही एक ट्रेन में सवार एक महिला की मौत का गुरुवार को संज्ञान लिया. इससे पहले एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें इस मृत महिला और उसे बच्चे को दिखा गया है. इस बीच खगड़िया जिले में लॉकडाउन के बीच देश के विभिन्न हिस्सों से प्रवासी कामगारों को ला रही श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में सवार दो लोगों के मौत के मामले सामने आए हैं.


मुख्य न्यायाधीश संजय करोल और न्यायमूर्ति संजय कुमार की पीठ ने लिया संज्ञान


मुख्य न्यायाधीश संजय करोल और न्यायमूर्ति संजय कुमार की पीठ ने इस समाचार पत्र की खबर का संज्ञान लिया जो कि एक पत्र के माध्यम से उन तक पहुंचायी गयी थी. इस खबर में सोमवार को हुई इस मौत का उल्लेख है और यह बात दो दिन बाद सामने आई.


मानसिक रूप से ठीक नहीं थी महिला


बाद में यादव ने सूचित किया कि मृतक महिला मानसिक रूप से अस्वस्थ थी और सूरत से यात्रा करते समय उसकी स्वाभाविक रूप से मृत्यु हुई. यह बात एक तथ्य है जिसकी सूचना उसकी बहन और बहनोई ने की है. यादव ने अदालत को सूचित किया कि न तो कोई पोस्टमार्टम किया गया और ना ही कोई एफआईआर दर्ज की गई. मुजफ्फरपुर स्टेशन पर रेलवे अधिकारियों ने परिजनों के बयान दर्ज कर शव को घर ले जाने की अनुमति प्रदान कर दी.


तीन जून होगी अगली सुनवाई


जिला प्रशासन ने आगे की यात्रा के लिए उन्हें एम्बुलेंस भी प्रदान करवाई. यादव ने कहा कि महिला कटिहार की रहने वाली थी और अपने पति की ओर से छोड़ दिये जाने के बाद अपनी बहन और बहनोई के साथ रह रही थी. उसका अनाथ बच्चा अब उसकी बहन के संरक्षण में रह रहा है. अदालत ने इस मामले की अगली सुनवाई के लिए तीन जून की तारीख तय की.


दो और घटनाएं आईं सामने


बिहार में गुरुवार को इसी तरह की दो और घटनाएं और सामने आईं. गुजरात से कटिहार आ रही ट्रेन में सवार एक महिला तथा हरियाणा के रेवाड़ी से आ रही एक ट्रेन में एक आदमी की मौत हो गई.


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