पटना: आरजेडी के 22वें स्थापना दिवस के मौके पर तेज प्रताप यादव ने लालू यादव के अंदाज में कहा कि मैं सबसे सीनियर हूं लिहाज़ा पार्टी मैं संभालूंगा. वहीं तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश कुमार अगर सीएम पद भी देंगे तो भी साथ नहीं जाऊंगा. उन्होंने कहा कि बीजेपी अंतिम समय में नीतीश कुमार को डंप करेगी और लोकसभा के साथ ही बिहार में विधानसभा चुनाव भी हो सकता है.
इस मौके पर तेजप्रताप यादव ने तेजस्वी को मुकुट पहनाया तो तेजस्वी ने बड़े भाई के पांव छूए. पहली बार मंच पर आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव और पार्टी की उपाध्यक्ष राबड़ी देवी गैरहाजिर थे लेकिन उनकी तस्वीर लगी थी. तेजप्रताप ने लालू यादव के अंदाज़ में भाषण देकर सबको खूब हंसाया लेकिन देसी अंदाज़ में पार्टी के नेताओं और छोटे भाई को इशारों-इशारों में बहुत कुछ बोल गए. तेजप्रताप ने कहा, ''मैं सबसे सीनियर हूं. तेजस्वी दिल्ली जाएगा तो मैं संगठन संभालूंगा."
वहीं आरजेडी की नैय्या पार लगाने की ज़िम्मेदारी लेने वाले तेजस्वी यादव के निशाने पर सीएम नीतीश कुमार सबसे ज्यादा रहे. नीतीश कुमार के महागठबंधन में वापसी पर उन्होंने कहा, ''जिसको जनता ने ठुकराया उसे हम वापस कैसे लेंगे. नीतीश जी जब महागठबंधन छोड़कर निकले थे तो लोग यही उम्मीद कर रहे थे कि अब तो सब खत्म हो गया. सभी लोग जो मानसिक संतुष्टि लेने का काम कर रहे थे. लेकिन बिहार की जनता ने यह दिखा दिया कि लालू जी की जीत हुई है. तीन-तीन बार हमलोग ने जीतने का काम किया.''
तेजस्वी यादव ने कहा, ''सभी लोग आरजेडी के साथ खड़े हैं चाहे गरीब हो किसान हो मजदूर हो नौजवान हो या बुजुर्ग हो. शराबबंदी में ज्यादातर पिछड़े तबके के लोग ही जेल में गए हैं. बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिल रहा, विशेष पैकेज पर लोग कहते रहे लेकिन बाढ़ का पैकेज पिछले साल वाला भी नहीं मिला और मानसून अभी आने वाला है. भगवान जाने अभी क्या स्थिति होगी. हमारे चाचा खाली कुर्सी-कुर्सी खेल रहे हैं.''
इसके अलावा इशारों-इशारों में ही तेजस्वी यादव ने कांग्रेस के उन विधायकों पर भी निशाना साधा जो महागठबंधन में नीतीश कुमार की वापसी का समर्थन कर रहे हैं. तेजस्वी ने पूछा,'' जो लोग बोल रहे हैं क्या वे एफिडेविट पर लिख कर दे सकते हैं कि नीतीश कुमार दोबारा बीजेपी के साथ नहीं जाएंगे.'' उन्होंने पूछा कि क्या गारंटी है कि नीतीश कुमार दोबारा बीजेपी ने साथ नहीं जाएंगे. तेजस्वी ने कहा कि जब नीतीश कुमार खुद कुछ नहीं बोल रहे हैं तो आखिर क्यों चर्चा हो रही है. उन्होंने कहा कि ये दिखाने की कोशिश हो रही है कि महागठबंधन को नीतीश कुमार की जरूरत है लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है.