बिहार: बिहार के भोजपुर जिले में महिला को निर्वस्त्र किये जाने और उसे शहर के बीचों-बीच घुमाये जाने के बाद जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) की सरकार सवालों के घेरे में हैं. राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) का कहना है कि नीतीश के राज में बिहार जंगलराज में तब्दील हो चुका है. वहीं आज सत्तारूढ़ जेडीयू ने आरजेडी पर बड़ा हमला करते हुए कहा कि भोजपुर मामले में आरजेडी के नेता किशोरी यादव आरोपी हैं.
जेडीयू प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा, ''जांच में पाया गया है कि आरोपी किशोरी यादव आरजेडी का नेता है. लेकिन तेजस्वी यह बात मानने को तैयार नहीं है और कह रहे हैं कि यह उनकी पार्टी का नेता नहीं बल्कि वोटर है. उन्होंने आगे बताया कि आरजेडी ने 21/07/17 को बंद कराया था उसमें भी किशोरी यादव नज़र आए थे. बिहिया वाली घटना में भी यही आदमी है.'' सिंह ने एक तस्वीर जारी करते हुए कहा कि बाइक जुलूस में भी आरोपी शामिल था. इससे बड़ा प्रूफ क्या हो सकता है. यह बिल्कुल ही आरजेडी द्वारा प्रायोजित घटना है. नीतीश कुमार का चेहरा जनता के बीच कैसे धूमिल हो इसकी साजिश रची जा रही है.
पिछले दिनों बिहार के भोजपुर जिले में एक युवक की हत्या में शामिल होने के शक में उग्र भीड़ ने एक महिला के कपड़े फाड़ दिये थे और उसे घुमाया था. इस मामले में पुलिस की लापरवाही की बात सामने आई है. जिसके बाद एसएचओ समेत आठ पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है.
नीतीश कुमार के शासन में कोई भी अपराधी अगर अपराध करता है तो बचता नहीं
संजय सिंह ने कहा, ''बिहार की जनता जानती है कि नीतीश कुमार न्याय के साथ विकास करते हैं. तेजस्वी यादव को बिहिया जाना चाहिए लेकिन वो नहीं जाएंगे. ऐसा इसलिए क्योंकि वो जिस जाति से आते हैं उसी जाति के लोग घटना में शामिल हैं. उनके ही दल के लोग हैं. इनको दिल्ली में जाकर कैंडल मार्च निकालना चाहिए. लेकिन एक जाति विशेष के लोग हैं इसलिए तेजस्वी यादव नहीं जाएंगे.'' उन्होंने आगे कहा कि तेजस्वी सिर्फ ट्विटर पर अपना बयान जारी करते रहते हैं.
बिहिया की घटना में आरजेडी नेता का नाम जुड़ने पर विधायक बीरेन्द्र ने कहा कि यह आरोप बेबुनियाद है. जेडीयू ने आरा के बिहिया में महिला को निर्वस्त्र कर घुमाने के आरोपी आरजेडी नेता की तस्वीर जारी कर तेजस्वी को दिल्ली में धरना देने की चुनौती दी है. वहीं आरजेडी ने तस्वीर को गलत बताते हुए उस आरोपी को बजरंग दल का करार दिया.