नई दिल्ली: जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कमलनाथ के बयान को शर्मनाक बताया है. राजीव रंजन ने कहा कि एक राज्य सरकार को युवाओं के रोजगार सृजन के लिए नीतिगत निर्णय लेने की पूरी स्वतंत्रता है, लेकिन जिस तरह से कमलनाथ ने बिहार-यूपी का उल्लेख किया है वो भारत के संघीय ढांचे का अपमान है. ये बयान देश के संविधान की मूल भावना के खिलाफ है और कांग्रेस को इसमें महारथ हासिल है.


राजीव रंजन ने कहा,''कांग्रेस के नेता पहले भी इस तरह के बयान देते रहे हैं, 2010 में दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने भी बिहार को लेकर आपत्तिजनक बयान दिया था जिसकी नीतीश कुमार ने कठोर आलोचना की थी. पिछले दिनों भी अल्पेश ठाकोर ने गुजरात में बिहार-यूपी के लोगों के खिलाफ हिंसा भड़काई. अगर बिहार और यूपी को रोजगार के क्षेत्र में नुकसान हुआ है वो कांग्रेस की नीतियों की वजह से ही है क्योंकि उन्होंने इन राज्यों में विकास की रौशनी मयस्सर नहीं होने दी और यही वजह है कि यहां से इतनी बड़ी तादाद में पलायन हुआ.''


राजीव रंजन ने आगे कहा,''आज़ादी के 70 सालों और अभी के वर्षों की तुलना में पलायन की संख्या में कमी आई है. बिहार में राज्य सरकार ने जो योजनाएं बनाई हैं उनका रोजगार और नियोजन के क्षेत्र में असर दिख रहा है. स्किल डेवलपमेंट को लेकर भी राज्य में बड़े काम हुए हैं और हम आश्वस्त हैं कि आने वाले समय में बिहार के लोग नौकरियों के लिए बाहर नहीं जाएंगे.''


राजीव रंजन ने कहा,''लोकसभा चुनाव के करीब 100 दिन ही बाकी हैं लेकिन कमलनाथ के इस बयान ने बिहार के जख्म हरे कर दिए हैं. ऐसे बयान पहले भी आते रहे हैं लेकिन ताजपोशी के समय कमलनाथ जी के बयान में जो घृणा दिखी है उससे बिहार में इसका जबरदस्त प्रतिकार होगा. कांग्रेस बिहार में पहले से ही गायब हो चुकी है लेकिन कमलनाथ के इस बयान से कांग्रेस की बची-खुची जमीन भी खत्म होने की पृष्ठभूमि लिखी जा चुकी है.''