पटना: 23 सितंबर यानि रविवार को बिहार के डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने गया में एक ऐसा बयान दिया, जिसको लेकर उनकी आलोचना हुई. दरअसल सुशील मोदी वहां अपराधियों से ये अपील करते दिखे कि कम से कम पितृपक्ष में अपराध न करें. इस बयान को लेकर तेजस्वी यादव ने सुशील मोदी पर निशाना भी साधा.


अब सुशील मोदी के इस बयान पर सहयोगी पार्टी जेडीयू ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि उपमुख्यमंत्री ने सामाजिक संदर्भ की चर्चा की है. यहां भाव समझने की जरूरत है. नीरज कुमार ने साफ किया कि अपराधियों के खिलाफ कानूनी वज्रपात ही हमारे सरकार की यूएसपी है.


नीरज कुमार ने कहा कि पूरी दुनिया से लोग पितृपक्ष मेले में गया आते हैं. अगर कोई घटना या दुर्घटना होती है तो ये झकझोर देता है. सरकारें शांति के लिए अपील करती रही हैं. दशहरा, ईद, मुहर्रम जैसे त्योहारों में शांति और सौहार्द बनाए रखने के लिए विज्ञापन निकाला जाता है. इसका मतलब ये हुआ कि सरकार नतमस्तक हो गई?


क्या कहा था सुशील मोदी ने?


सुशील मोदी ने कहा था, ''मैं अपराधियों से भी हाथ जोड़कर आग्रह करूंगा कि कम से कम पितृपक्ष में छोड़ दीजिए. बाकी दिन तो आप कोई मना करे न करे कुछ न कुछ करते रहते हैं और पुलिस वाले लगे रहते हैं. लेकिन कम से कम ये 15-16 दिन ये जो धार्मिक उत्सव है इस उत्सव में थोड़ा कोई एक काम ऐसा न करिए जिससे बिहार की प्रतिष्ठा गया जी की प्रतिष्ठा आने वाले लोगों को कोई शिकायत करने का मौका मिले.''