पटना: महागठबंधन में सीटों को लेकर हम पार्टी के अध्यक्ष और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने दबाव की राजनीति तेज कर दी है. मांझी ने सोमवार को प्रेस वार्ता में कहा कि महागठबंधन से हमने मांग की है कि इसके घटक दलों को जितनी सीटें दी जा रही हैं, उससे एक सीट अधिक हम पार्टी को मिलनी चाहिए. यानि अगर किसी घटक दल को पांच सीट मिलती हैं तो उन्हें छह मिले. अगर छह में मिलती है तो सात मिले. वे यहीं नहीं रुके. मांझी ने यहां तक कहा कि ये लालू यादव से उनकी आखिरी मांग है. सीटों को लेकर अगर वह नहीं मानते हैं तो हम दूसरी रास्ता अख्तियार करेंगे.


चाहे कांग्रेस हो या कोई अन्य दल हो....- मांझी


मांझी ने साफ किया कि चाहे कांग्रेस हो या कोई अन्य दल हो, उन्हें जितनी सीटें मिलें उससे एक अधिक सीट चाहिए. यानि महागठबंधन में आरजेडी के बाद दूसरे नंबर पर हम पार्टी हो. यही सम्मानजनक समझौता होगा. उन्होंने कहा कि इसको लेकर वे लालू यादव से बातचीत करेंगे. तेजस्वी यादव से भी बातचीत करेंगे, कोशिश जारी है. बता दें कि फिलहाल महागठबंधन में आरजेडी, कांग्रेस, आरएलएसपी, शरद यादव की पार्टी एलजेडी और मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी शामिल है. बिहार में लोकसभा की कुल 40 सीटें हैं.


बता दें कि इससे पहले भी मांझी ने था कि उनकी पार्टी के लोगों का मानना है कि हम पार्टी के पास वोट प्रतिशत भी अच्छी है. उस लिहाज से कम सीट पर चुनाव लड़ना ठीक संकेत नहीं होगा. ऐसी चर्चा थी कि महागठबंधन में मांझी की पार्टी हम को एक सीट मिलेगी. इसको लेकर पहले ही वे अपनी नाराजगी जाहिर कर चुके हैं. उन्होंने कहा था कि लगता है कि महागठबंधन के नेता ही इस तरह की खबरें प्लॉट करवा रहे हैं. कोई उनको कमतर नहीं आंके.


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