पटना: बिहार में 2020 में विधानसभा चुनाव होने हैं. एक साल बाकी है लेकिन अभी से सियासत तेज हो गई है. महागठबंधन के दो सहयोगी आरजेडी और हम के बीच सबकुछ ठीक नहीं मालूम पड़ रहा है. आरजेडी ने कहा है कि महागठबंधन जीरो से शुरू होगा. आरजेडी का ये बयान तब आया है जब 'हम' पार्टी के अध्यक्ष और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने महागठबंधन से अलग होने की बात कही. आरजेडी के सीनियर नेता शिवानंद तिवारी ने मांझी से दो टूक कहा कि जो मर्जी है वे करें. कोई बांध कर तो नहीं रख सकता है.


शिवानंद तिवारी ने कहा कि मांझी जी को पगहा बांध कर नहीं रख सकता. महागठबंधन की 2019 के लोकसभा चुनाव में जो हालत हुई है वो लोगों ने देख लिया है. हम फिर से जीरो से शुरू करेंगे. बता दें कि साल 2015 के विधानसभा चुनाव में मांझी की पार्टी ने एनडीए के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था और सिर्फ एक सीट ही जीत पाई थी.


मांझी ने क्या कहा था?


बीते शुक्रवार को मांझी ने कहा था, ''पार्टी कार्यकर्ताओं की ओर से दबाव है कि हम सभी 243 विधानसभा सीटों पर अकेले चुनाव लड़ें क्योंकि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन और महागठबंधन दोनों ने हमें कम करके आंका है." इसके साथ उन्होंने ये भी कहा था, ''हमने विचार किया कि गठबंधन में रहेंगे तो हम ज्यादा से ज्यादा सीट मांगेंगे अगर नहीं देंगे तो हमारी पार्टी अलग चुनाव लड़ेगी. पार्टी ने अभी इसका फाइनल रूप नहीं दिया है. फाइनल रूप अक्टूबर में गांधी मैदान में या फिर श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल में कार्यकर्ताओं की बैठक के बाद लिया जाएगा.'' मांझी ने यह भी कहा था कि अगर उनकी पार्टी बिहार में होने विधानसभा चुनाव में अकेली लड़ती है तो वह भविष्य में एनडीए के साथ कभी नहीं जाएगी.