नई दिल्ली: सीट बंटवारे पर जारी घमासान को लेकर बिहार में एनडीए में टूट तय लग रहा है. जेडीयू ने केंद्रीय मंत्री और आरएलएसपी अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा को लेकर बड़ा बयान दिया है. जेडीयू ने कहा कि कुशवाहा एनडीए का हिस्सा नहीं है, कुशवाहा खुद भी नहीं रहना चाहते और खुद को मानते भी नहीं हैं.


जेडीयू के सीनियर नेता केसी त्यागी ने कहा कि बिहार में एनडीए का मतलब जेडीयू, बीजेपी और एलजेपी है. उन्होंने कुशवाहा पर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग नरेंद्र मोदी के खिलाफ बन रहे मोर्चे के अग्रगणी नेताओं से सम्पर्क करते हों, मिलते हों और व्यूह रचना रचते हों वो एनडीए का हिस्सा कैसे हो सकते हैं?


बता दें कि सीट बंटवारे को लेकर नाराज चल रहे कुशवाहा ने बीजेपी को 30 नवंबर तक का डेडलाइन दिया है. वे साफ कर चुके हैं कि आरएलएसपी को बिहार में सम्मानजनक सीटें दें वरना एनडीए के लिए 'खतरनाक स्थिति' पैदा हो जाएगी. उपेंद्र कुशवाहा कह चुके हैं कि अब पीएम को छोड़कर 'किसी भी' बीजेपी नेता से मिलने की कोशिश नहीं करेंगे. सीट बंटवारे के अलावा कुशवाहा ने नीतीश कुमार के खिलाफ भी मोर्चा खोला हुआ है. कुशवाहा का आरोप है कि नीतीश कुमार ने उनके लिए नीच शब्द का इस्तेमाल किया है और वे अपने शब्द वापस लें.


उधर खबर है कि जेडीयू और एलजेपी नहीं चाहती कि कुशवाहा एनडीए में रहे. सोमवार को बीजेपी के बिहार प्रभारी भूपेंद्र यादव से चिराग पासवान ने मुलाकात की थी. चिराग पासवान ने मांग की कि जल्द से जल्द जेडीयू, बीजेपी और एलजेपी के बीच सीटों का बंटवारा हो जाना चाहिए. वहीं कुशवाहा के अल्टीमेटम वाले बयान पर उन्होंने नाराजगी जताई.


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