कल बिहार के नए राज्यपाल के तौर पर शपथ लेंगे लालजी टंडन
लालजी टंडन को लोग अटल बिहारी वाजपेयी के सहयोगी के रूप में जानते हैं. एक सभासद से राजनीतिक सफ़र शुरू करने वाले टंडन यूपी में कैबिनेट मंत्री भी रहे.
नई दिल्ली: बिहार के नए राज्यपाल लालजी टंडन आज शाम पटना पहुंचें. वे कल बिहार के राज्यपाल के तौर पर शपथ लेंगे. बिहार के राज्यपाल रहे सत्यपाल मलिक को अब जम्मू-कश्मीर का राज्यपाल बनाया गया है. मंगलवार को देश के तीन राज्यों के नए राज्यपाल नियुक्त किए गए. जम्मू-कश्मीर में पहले एनएन वोहरा राज्यपाल थे.
लालजी टंडन की चाय पार्टी मशहूर है
लालजी टंडन को लोग अटल बिहारी वाजपेयी के सहयोगी के रूप में जानते हैं. एक सभासद से राजनीतिक सफ़र शुरू करने वाले टंडन यूपी में कैबिनेट मंत्री भी रहे. 83 साल के टंडन को दुख है कि अब लखनऊ उनसे छूट जाएगा. वे लखनऊ के सभासद, विधायक से लेकर सांसद तक बने. चाट, लस्सी और गोल गप्पे के शौक़ीन टंडन की चाय पार्टी बड़ी मशहूर है. लालजी टंडन बीएसपी सुप्रीमो मायावती के राखी भाई भी रहे हैं. जब यूपी में बीजेपी और बीएसपी की मिली जुली सरकार थी, टंडन मंत्री हुआ करते थे. उस दौरान मायावती उन्हें राखी बांधती थीं. लेकिन भाई बहन का ये रिश्ता कुछ ही महीनों तक रहा.
2009 में लखनऊ से सांसद बने लालजी टंडन
83 साल के लालजी टंडन यूपी में बीजेपी के वरिष्ठ नेता रहे. 1978 से लेकर 1996 तक वे लगातार एमएलसी रहे. फिर वे लखनऊ से विधायक चुने गए. 2009 तक वे लगातार तीन बार एमएलए रहे. अटल बिहारी वाजपेयी के बाद वे 2009 में लखनऊ से लोकसभा के सांसद बने. मायावती सरकार में वे नगर विकास मंत्री रहे. 2014 में भी टंडन यहां से लोकसभा का चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन बीजेपी ने उनके बदले राजनाथ सिंह को टिकट दे दिया. तब से ही टंडन सक्रिय राजनीति से दूर हो गए.