पटना: बिहार के सियासी गलियारों में इस वक्त की बड़ी ख़बर महागठबंधन खेमे से आ रही है. आगामी लोकसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे को लेकर चल रही सियासत के बीच बिहार कांग्रेस के बड़े नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अखिलेश सिंह का बड़ा बयान सामने आया है. अखिलेश सिंह के ताज़ा बयान ने बिहार में कांग्रेस की मौजूदा स्थिति को शीशे की तरह साफ कर दिया है.


अखिलेश ने बताया लालू को ताक़तवर


अखिलेश सिंह ने अपने बयान में कबूल किया है कि बिहार में आरजेडी और उसके नेता लालू प्रसाद यादव की ताकत कांग्रेस से कहीं ज्यादा है. अखिलेश सिंह ने कहा है कि लोकसभा चुनाव में आरजेडी को ज्यादा टिकट मिलना चाहिए क्योंकि वो बिहार में कांग्रेस से बड़ी पार्टी है, लालू प्रसाद की ताकत कांग्रेस से ज्यादा है और उनका जनाधार भी मजबूत है. अखिलेश सिंह ने कहा की मौजूदा स्थिति में हम कांग्रेस के मजबूत होने का दावा नहीं कर सकते. हमें सच को कबूल करना चाहिए और झूठ के सहारे जिंदा रहना ठीक नहीं.



लालू के करीबी हैं अखिलेश


बिहार में कांग्रेस को मजबूत करने के लिए आलाकमान राहुल गांधी एक तरफ नए प्रयोग के साथ सभी तरह की कवायद कर रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ अखिलेश सिंह का यह ताजा बयान कांग्रेस की तैयारी को आईना दिखा रहा है. अखिलेश सिंह कांग्रेस से पहले आरजेडी में रहे हैं और लालू यादव के बेहद ही क़रीबी भी माने जाते हैं. अखिलेश सिंह के इस बयान के बाद आरजेडी काफी खुश है, आरजेडी भी मानती है की कांग्रेस नेता को सच का ज्ञान है और सच्चाई भी यही है की आरजेडी कांग्रेस की अपेक्षा बिहार में काफी मजबूत पार्टी है.


जेडीयू ने कहा बरगद के नीचे दूसरे पौधे नहीं उगते


जेडीयू का भी मानना है कि पिछले 30 सालों से लालू यादव कांग्रेस को औकात दिखाते आ रहे है. जेडीयू प्रवक्ता अजय आलोक ने कहा कि कांग्रेस ने आरजेडी के सामने 1990 से ही घुटने टेके हुए हैं. तंज कसते हुए अजय आलोक ने कहा कि बरगद के पेड़ के नीचे दूसरे पौधों का विकास नहीं होता और ये कांग्रेस 30 सालों में समझ नहीं पाई. जेडीयू ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस की जड़ों में मट्ठा लग गया है और अखिलेश सिंह का बयान कांग्रेस को उसकी औक़ात बताने वाला है और अगर अभी भी कांग्रेस नहीं समझी तो आने वाले चुनाव में लालू यादव उनकी औक़ात बता देंगे.


बहरहाल, बिहार में अभी कांग्रेस पार्टी की कमान कार्यकारी अध्यक्ष कौकब कादरी के हाथों में है लेकिन इस बात के कयास लगते रहे हैं कि कांग्रेस आलाकमान बिहार का नेतृत्व अखिलेश सिंह के हाथों में ही स्थाई तौर पर सौंपना चाहता है. अखिलेश सिंह को लालू प्रसाद यादव का बेहद करीबी भी माना जाता है ऐसे में उनके इस बयान को पार्टी कैसे लेती है ये भी देखना दिलचस्प होगा.