मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में बूढ़ी गंडक नदी एक बार फिर अपने उफान पर है. इसकी वजह से जिले के शहरी इलकों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है. शहरी क्षेत्र में अवस्थित आदर्श अहियापुर थाने में बाढ़ा का पानी भर गया है. ऐसी स्थिति में थाने तक पहुंचने के लिए नाव ही पुलिस वालों और फरियादों का सहारा बना हुआ है. यह नाव स्थानीय थाना की तरफ से इसकी व्यवस्था की गई है और इसके लिए 200 रुपये दिए जाते हैं.
वहीं फरियादियों को नाव चलाने वाले को 20 रुपये देने होते हैं. नाव वाले ने बताया कि परेशानी सब के सामने हैं. स्थानीय थाना की तरफ से 200 रुपये दिए जाते हैं. जो फरियादी आते हैं उनसे पैसा लेकर काम कर रहे हैं. पुलिस पदाधिकारी ने बताया कि या सरकारी व्यवस्था की गई है ताकि सभी को आने जाने में ज्यादा परेशानी न हो. उन्होंने कहा कि पुलिस पदाधिकारियों और फरियादियों के लिए इस नाव की व्यवस्था की गई है.
बिहार में बाढ़ से अबतक 92 लोगों की मौत
बिहार में बाढ़ से मरने वालों की संख्या बढ़कर 92 हो गई है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना जाहिर करते हुए चार-चार लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की है. इसके अलावा बाढ़ पीड़ित परिवारों के लिए आज सीएम ने 1,81,39,74,000 रुपये का एलान किया. बाढ़ पीड़ित प्रत्येक परिवारों को 6000 रुपये की सहायता राशि सीधे उनके खाते में भेजी जा रही है. पहले चरण में 302329 सत्यापित परिवारों को ये राशि दी गई है. इसमें मुजफ्फरपुर में 6855, अररिया में 42441, दरभंगा में 67028, किशनगंज में 3724, मधुबनी में 35222, पूर्वी चंपारण 31190, पूर्णिया में 20738, सहरसा में 4967, शिवहर में 8861, सीतामढ़ी में 77457 और सुपौल में 3846 प्रभावित परिवारों का सत्यापन किया गया और सहायता राशि भेजी गई.