पटना: राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू प्रसाद से रांची में मुलाकात के बाद महागठबंधन के घटक दलों के नेताओं की पहली औपचारिक बैठक सोमवार को पूर्व उपमुख्यमंत्री और लालू के छोटे पुत्र तेजस्वी यादव के पटना स्थित आवास पर होगी.


तेजस्वी के आवास पर महागठबंधन के घटक दलों के नेताओं की सोमवार की शाम 6 बजे प्रस्तावित इस महत्वपूर्ण बैठक में राष्ट्रवादी लोक समता पार्टी प्रमुख उपेन्द्र कुशवाहा, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर) के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी, लोकतांत्रिक जनता दल के अध्यक्ष शरद यादव और वीआईपी पार्टी के अध्यक्ष मुकेश सहनी के शामिल होने की संभावना है.


इस बैठक में महागठबंधन के घटक दलों के नेताओं के बीच आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर बिहार की 40 सीटों को लेकर आपस में चर्चा होने की संभावना जतायी जा रही है. इस बैठक में सभी दलों के बीच औपचारिक सहमति बनने के बाद सीट साझेदारी के फार्मूले को मूर्त रूप दिया जा सकता है.


माछ-भात खाएंगे मोदी को हराएंगे !


बता दें कि हाल ही में महागठबन्धन में शामिल वीआईपी पार्टी के सन ऑफ मल्लाह नाम से मशहूर होने में लगे मुकेश सहनी ने कहा है कि सभी जिलों में महागठबंधन के नेता माछ भात खाकर लोकसभा चुनाव के मद्देनजर सभी चालीस सीटों पर जीत के लिए चर्चा करेंगे. तेजस्वी , मांझी , कुशवाहा और कौंग्रेस पार्टी के नेताओं को न्योता दे दिया है. पटना के मिलर स्कूल में दिन में करीब 1 बजे मछली भात का भोज होगा.


मुकेश सहनी ने कहा कि कि पूरे बिहार में 14.9% मछुआरे हैं, अगर वो एकमत हो गए तो महागठबंधन सभी चालीस सीटों पर जीतेगी. मुकेश सहनी ने अपना प्रस्तावित कार्यक्रम 'माछ भात खाएंगे, महागठबंधन को जिताएंगे' का जिक्र करते हुए कहा कि सभी जिलों में मछुआरा समाज के लोग मछली एकत्रित करेंगे और वहां भोज का आयोजन करेंगे. इस भोज में महागठबंधन के लोग समेत सभी जाति वर्ग के लोग शामिल होंगे. इसी दौरान चर्चा होगा कि महागठबंधन कैसे सभी लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज करेगी. आने वाले चुनाव में उनकी पार्टी 'विकासशील इंसान पार्टी' कितने सीटों पर चुनाव लड़ेगी इसका खुलासा तो उन्होंने नहीं किया, लेकिन इतना जरूर कहा कि महागठबंधन के सभी सहयोगियों को संतुष्टि मिलेगी. उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य है कि सभी चालीस सीट महागठबंधन कैसे जीत दर्ज करे.


बता दें कि शनिवार को कुशवाहा, मांझी और शरद रांची जाकर चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद से मुलाकात कर चुके हैं. कांग्रेस नेताओं में पार्टी के झारखंड प्रभारी सुबोधकांत सहाय और बिहार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शकील अहमद भी लालू से मिल चुके हैं.


राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के घटक दलों बीजेपी, जनता दल (यू) और लोक जनशक्ति पार्टी के बीच बिहार में सीट साझेदारी की घोषणा के बाद से सीट शेयरिंग को लेकर महागठबंधन लगातार विरोधियों के निशाने पर है और राजद प्रमुख से घटक दलों के नेताओं की मुलाकात के बाद विपक्ष ने राजनीतिक हमले और भी तेज कर दिए हैं.


तेजस्वी के आवास पर कल प्रस्तावित बैठक को महागठबंधन की सीट बंटवारे पर फार्मूला तय कर अपने विरोधियों का मुंह बंद करने की एक कोशिश के रूप में देखा जा रहा है. महागठबंधन सूत्रों के अनुसार आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद की जमानत याचिका पर अपना फैसला झारखंड हाई कोर्ट द्वारा सुरक्षित रखे जाने के कारण अंतिम तौर पर सीट समझौते को उनकी रिहाई तक टाला जा सकता है, लेकिन 14 जनवरी को खरमास खत्म होने के बाद इसको लेकर औपचारिक घोषणा की भी संभावना जतायी जा रही है.


इस बीच, जीतन राम मांझी के महागठबंधन में सीट बंटवारे में आशा के अनुरूप में प्रतिनिधित्व नहीं मिलने के कारण उनकी राजग में वापसी की अटकलों को खारिज किया गया है. मांझी ने कहा कि लालू जी के खराब स्वास्थ्य के कारण उन्होंने उनसे राजनीतिक मामलों पर विस्तृत चर्चा करने से परहेज किया.