पटना: बिहार में एक अजीबोगरीब घटना सामने आई है. यहां एक शख्स बिहार सरकार में एकसाथ तीन नौकरियां कर रहा था. इतना ही नहीं वह तीनों जगह से सैलेरी भी उठा रहा था. दरअसल सुरेश राम नाम का आरोपी व्यक्ति बिहार के तीन जिलों के दो विभागों के तीन पदों पर एक साथ नौकरी करता रहा था. वह तीनों जगहों से हर माह वेतन भी उठाता रहा. वेतन देने की नई व्यवस्था सीएफएमएस ने उसके इस कारनामे का खुलासा किया.


सुरेश किशनगंज में भवन निर्माण विभाग में सहायक अभियन्ता पद पर कार्यरत था तो वहीं सुपौल में वह जलसंसाधन विभाग के पूर्वी तटबंध भीमनगर में कार्यरत था. इन दोनों के अलावा वह बांका में ही जलसंसाधन विभाग में अवर प्रमंडल बेलहर में सहायक अभियन्ता के रूप में कार्यरत था. जब उसके जालसाजी का पता चला तो उसने जहां-जहां नौकरी की थी और वेतन उठाया, उन तीनों जगहों पर उसके खिलाफ एफआइआर दर्ज हुई है, जिसके बाद से वह फरार है.


क्या सीएफएमएस सिस्टम जिसकी वजह से सुरेश की चोरी पकड़ी गई


सीएफएमएस वित्तीय प्रबंधन का एक नया तरीका है. इसमें सॉफ्टवेयर से विभाग और संगठन अपनी आय, व्यय और संपत्ति का प्रबंधन करता है. नई व्यवस्था लागू होने से वित्त विभाग को सारी जानकारी समय-समय पर उपलब्ध होगी. सॉफ्टवेयर से महालेखाकार कार्यालय और रिजर्व बैंक को भी जोड़ा गया है जिससे ई-बिलिंग की शुरुआत भी हो गई है.


इस सॉफ्टवेयर में बिहार के सभी सरकारी कर्मचारियों की सैलरी और अन्य कार्यो के लिए आधार कार्ड, जन्मतिथि और अन्य जानकारी डाली जाती है. जब सुरेश राम का दस्तावेज डाला गया तो मामले का खुलासा हुआ कि तीन विभाग में एक ही नाम, जन्मतिथि से एक ही व्यक्ति कार्यरत है. इसके बाद जांच हुई और जालसाजी का पता चला.


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