मुजफ्फरपुर कांड: समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा ने दिया इस्तीफा, बोलीं- मेरे पति के खिलाफ हुई साजिश
समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा के पति चंदेश्वर वर्मा पर भी आरोप लगे हैं. चंदेश्वर पर आरोप है कि वो रात में बालिका गृह जाते थे. मंजू वर्मा को लेकर बिहार की राजनीति में नई उठा पटक शुरू हो गई थी.
नई दिल्ली: बिहार की समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा ने इस्तीफा दे दिया है. मुजफ्फरपुर रेप कांड में मंजू वर्मा के पति चंदेश्वर वर्मा पर भी आरोप लगे हैं, जिसके बाद उन्होंने इस्तीफा देने का फैसला किया. गौरतलब है कि विपक्ष लगातार मंजू वर्मा के इस्तीफे की मांग कर रहा था और नीतीश सरकार पर दबाव बना रहा था. इस्तीफा देने के बाद पहली प्रतिक्रिया में मंजू वर्मा ने कहा कि मैं सामाजिक जीवन में हूं लिहाजा लोगों से बात करनी होती है. सिर्फ फोन पर बात होने से मेरे पति दोषी साबित नहीं होते. मुझे सीबीआई, हाईकोर्ट पर पूरा विश्वास है और भरोसा है कि जांच में मेरे पति निर्दोष साबित होंगे. रसूखदारों को बचाने के लिए मेरे पति के खिलाफ साजिश की जा रही है. सफाई देने के साथ मंजू वर्मा ने सवाल भी उठाए हैं कि ब्रजेश ठाकुर की किन-किन लोगों से बात हुई थी इस बात की भी जांच होनी चाहिए.
वहीं आज ही मुजफ्फरपुर कांड मामले में जेल में बंद ब्रजेश ठाकुर समेत सभी 10 आरोपियों की विशेष पॉक्सो कोर्ट में पेशी हुई. आज मंजू वर्मा के पति के साथ संबंधों पर ब्रजेश ठाकुर ने कहा कि मेरा उनसे कोई संबंध नहीं है. बस कभी-कभी बात होती थी. बिहार बीजेपी के सीनियर नेता सीपी ठाकुर ने कहा कि मंजू वर्मा ने इस्तीफा देकर सही किया है.
समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा के पति चंदेश्वर पर आरोप है कि वो रात में बालिका गृह जाते थे. मंजू वर्मा को लेकर बिहार की राजनीति में नई उठापटक शुरू हो गई थी. बिहार के डिप्टी सीएम सुशील मोदी मंजू वर्मा के समर्थन में थे जबकि सीपी ठाकुर ने नीतीश सरकार में मंत्री मंजू वर्मा को हटाने की मांग की थी.
इससे पहले विपक्ष की तरफ से इस्तीफे की मांग पर मंजू वर्मा ने विवादास्पद बयान देते हुए कहा था कि हम कुशवाहा समाज के लोग हैं और ये कुकृत्य यादव समाज और आरजेडी के लोग करते हैं. उन्होंने कहा कि वे इस्तीफा नहीं देंगी. जाति कार्ड खेलते हुए उन्होंने कहा कि मैं कुशवाहा समाज से हूं इसलिए मुझे टारगेट किया जा रहा है.
कैसे सामने आया ये मामला?
मामला अप्रैल में टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस की शेल्टर होम ऑडिट रिपोर्ट के सामने आने के बाद प्रकाश में आया. रिपोर्ट में मुजफ्फरपुर बालिका गृह में बच्चों के साथ दुराचार की बात सामने आई थी. मामले के सामने आने के बाद शेल्टर होम से बच्चियों को दूसरे जगह शिफ्ट किया गया. बच्चियों का मेडिकल टेस्ट कराए जाने के बाद 42 में से 34 बच्चियों के साथ रेप की पुष्टि हुई थी.