पटना: देश और दुनिया में कोरोना का कोहराम बढ़ता ही जा रहा है. वहीं आज पीएम नरेंद्र मोदी ने भी तीन मई तक लॉकडाउन को बढ़ा दिया है. वहीं बिहार के सुपौल जेल में आज कोरोना संकट से निपटने के लिए मॉक ड्रिल की गई.


दरअसल आज जेल प्रशासन के दिशा निर्देश के अनुसार कोरोना को लेकर एक मॉक ड्रिल किया गया. जिसमें जेल के सिपाहियों द्वारा यह दिखाया गया कि कोरोना संक्रमण होने के बाद किस तरह का लक्षण होता है. साथ ही इसे किस तरह से उपचार दिया जाता है. भूलवश यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो जाने के बाद सुपौल के लोगों में दहशत का माहौल पैदा हो गया.


लोगों के बीच तरह-तरह के चर्चा का बाजार गर्म हो गया. लोग एक दूसरे पर वीडियो भेज कर मामले की सही जानकारी प्राप्त करने की बेचैनी दिखने लगी. लोगों का कहना था सुपौल जेल में किसी सिपाही को कोरोना संक्रमण हो गया है. जब इस वीडियो की तहकीकात की गई तो पता चला कि जेल सुपरिटेंडेंट संजय कुमार ने यह मॉक ड्रिल किया गया था. संजय कुमार ने बताया कि उन्हें यह मॉक ड्रील करने को कहा गया था. यह मुख्यालय के दिशा निर्देश पर किया गया इसमें कोई घबराने की बात नहीं है  किसी के द्वारा यह वीडियो वायरल कर दिया गया है.


पढ़ें-