पटना: अक्सर देखा गया है कि मुख्यमंत्रियों की संपत्ति साल-दर-साल बढ़ती है लेकिन बिहार में ऐसा नहीं है. बिहार के सीएम नीतीश कुमार की संपत्ति पिछले साल के मुकाबले घट गई है. इस बात पर विश्वास करना मुश्किल है लेकिन ये सच है. साल 2017 में नीतीश कुमार के पास कुल 46,550 नकदी थी, जो कि साल 2018 में घटकर 42,500 रह गई. हालांकि, बिहार सरकार में ज्यादातर मंत्री करोड़पति हैं. संपत्ति की ये जानकारी बिहार सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर भी मौजूद है. नीतीश कुमार जब पहली बार बिहार के मुख्यमंत्री बने थे, तब से ही उनकी सरकार की प्रथा है कि साल के आखिरी दिन सारे मंत्री अपनी संपत्ति का ब्यौरा सार्वजनिक करेंगे.


साल 2017 के अंतिम दिन यानि 31 दिसंबर को बिहार कैबिनेट के सचिवालय विभाग ने सभी मंत्रियों की संपत्ति का ब्यौरा दिया. इसमें नीतीश कुमार और उनके इकलौते बेटे निशांत की संपत्ति का भी ब्यौरा है. नीतीश कुमार के पास 16.18 लाख की चल संपत्ति है, जो पिछले साल 16.23 लाख थी. वहीं उनके पास कुल 40 लाख की अचल संपत्ति है. इसमें दिल्ली के द्वारका में 1000 स्क्वायर फीट का एक फ्लैट, 11.32 लाख की एक फोर्ड गाड़ी, आठ गायें और छह बछड़े हैं.


नीतीश कुमार के बेटे हैं उनसे पांच गुना ज्यादा अमीर
नीतीश की संपत्ति से जुड़ी एक खास बात ये है कि उनका बेटा उनसे पांच गुना ज्यादा अमीर है. कंप्यूटर साइंस में ग्रेजुएट निशांत कुमार के पास 1.29 करोड़ की चल संपत्ति और 1.48 करोड़ की अचल संपत्ति है. निशांत की संपत्ति में मामूली बढ़ोतरी हुई है. पिछले साल उनके पास 1.18 करोड़ की चल संपत्ति और 1.25 करोड़ की अचल संपत्ति थी. निशांत को ये उनकी स्वर्गीय मां से वसीयत के साथ-साथ पुश्तैनी संपत्ति के रूप में मिली है. निशांत के पास पटना, नालंदा और बख्तियारपुर में प्लॉट भी है, जिनकी कीमत एक करोड़ से ज्यादा है. सूत्रों की मानें तो निशांत की संपत्ति बढ़ने की वजह उनके पिता हैं. नीतीश ने अपनी ज्यादातर अचल संपत्ति अपने बेटे को ट्रांसफर कर दी है.


सुशील मोदी की संपत्ति में हुआ इजाफा
बिहार सरकार में ज्यादातर मंत्रियों की संपत्ति में इजाफा हुआ है. राज्य के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी की संपत्ति नीतीश कुमार से काफी ज्यादा है. सुशील मोदी के पास कुल (चल और अचल) 1.40 करोड़ की संपत्ति है जो कि पिछले साल 94.92 लाख थी. वहीं उनकी पत्नी के पास कुल 1.51 करोड़ की संपत्ति है जो कि साल 2017 में 1.35 करोड़ था. सुशील मोदी और उनकी पत्नी के पास 550 ग्राम सोना है और इन्होंने 17.54 लाख का लोन भी लिया हुआ है.


नगर विकास मंत्री और श्रम मंत्री हैं सबसे अमीर
बिहार कैबिनेट में नगर विकास मंत्री सुरेश कुमार शर्मा सरकार में सबसे अमीर मंत्री हैं. शर्मा के पास करीब 9.77 करोड़ की चल और अचल संपत्ति है. साल 2017 में उनके पास 10.34 करोड़ की संपत्ति थी. शर्मा के पास एक रायफल और एक रिवॉल्वर भी है. सुरेश शर्मा के पास डेढ़ लाख और उनकी पत्नी के पास छह लाख का सोना भी है. वहीं श्रम मंत्री विजय कुमार सिन्हा और उनकी पत्नी के पास सात करोड़ से अधिक की संपत्ति है. सिन्हा के पास भी एक रायफल और एक रिवॉल्वर है. दूसरी ओर, आपदा मंत्री दिनेश चंद्र यादव की संपत्ति में पिछले साल के मुकाबले बढ़ोतरी हुई है. उनके पास लगभग चार करोड़ की संपत्ति है.


पशु मंत्री की संपत्ति में भी हुई है काफी बढ़ोतरी
बिहार में पशु और मत्स्य संसाधन मंत्री पशुपति कुमार पारस के संपत्ति में पिछले साल के मुकाबले काफी बढ़ोतरी हुई है. पारस के पास साल 2018 में डेढ़ लाख, उनकी पत्नी के पास 1.1 लाख और बेटे यशराज के पास 50000 हजार रुपये नकद हैं. जबकि साल 2017 में पारस के पास 35 हजार, पत्नी के पास 25 हजार और बेटे के पास 5 हजार रुपये नकद थे. पशुपति पारस के पास कुल 4.2 करोड़ रुपये की संपत्ति है. पारस ने करीब 51 लाख रुपये का लोन ले रखा है.


भवन निर्माण मंत्री ने ले रखा है एक करोड़ का लोन
भवन निर्माण मंत्री महेश्वर प्रसाद और उनकी पत्नी के पास तीन करोड़ से अधिक की संपत्ति है, जिसमें एक करोड़ से ज्यादा का लोन है. हजारी के पास 92 हजार रुपये तो उनकी पत्नी के पास 98 हजार रुपये नकद है.
समाज कल्याण मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा के पास भी एक करोड़ से अधिक की संपत्ति है. इनके पास 18 लाख की एक स्कॉर्पियो गाड़ी है. वर्मा ने गाड़ी के लिए 10 लाख का लोन ले रखा है.
उद्योग मंत्री जयकुमार सिंह भी करोड़पति मंत्रियों में शामिल हैं लेकिन इन्होंने भी अपने ब्यौरे में करीब 39 लाख रुपये के लोन की जानकारी दी है.
ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव की संपत्ति भी एक करोड़ से अधिक की है. साल 2017 में बिजेंद्र के बैंक खाते में 67 लाख रुपये थे जो बढ़कर साल 2018 में 80 लाख हो गया.


सहकारिता मंत्री के पास है 91 लाख की कृषि भूमि
सहकारिता मंत्री राणा रणधीर सिंह के पास करीब 44 लाख की कुल चल और अचल संपत्ति है. सिंह के पास एक रायफल और एक रिवॉल्वर भी है. इन्होंने भी 10 लाख का लोन लिया है. वहीं पंचायती राज मंत्री कपिलदेव कामत का नाम राज्य के करोड़पति मंत्रियों में शुमार है. हालांकि, कामत की संपत्ति का सबसे बड़ा हिस्सा उनकी कृषि भूमि का है जिसकी कीमत 91 लाख रुपये है. खाद्य मंत्री मदन साहनी भी करोड़पति है और इनके पास भी तकरीबन 53 लाख रुपये की जमीन है लेकिन ये खेती करने लायक नहीं है.