पटना: जेडीयू के युवा सम्मेलन में नीतीश कुमार ने कहा कि कुछ लोग मुझे एलिमिनेट (बाहर) करना चाहते हैं. हालांकि उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया. सीएम नीतीश ने कहा कि कुछ लोग जनता दल को एलिमिनेट करना चाहते हैं लेकिन उनका ये मंसूबा कभी पूरा नहीं होगा. उन्होंने कहा, ''हम काम करने वाले लोग हैं. काम की बदौलत यहां पर हैं.''
तेजस्वी यादव का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा, ''राजनीति में काम किए बिना दिन में पांच बार ट्वीट करते हैं. दिन भर मीडिया में कुछ लोग बोलते रहते हैं और अनाप शनाप दिखाते रहते हैं.'' नीतीश कुमार ने जेडीयू के युवा सम्मेलन में कहा मुझे जब से मौका मिला हम काम करते रहे हैं.
सीएम नीतीश ने कहा, ''आज 5 जून संपूर्ण क्रांति का दिन है...बगल में गांधी मैदान है...यहीं से गांधी, लोहिया, जयप्रकाश के अनुयायी हैं. अब देश का माहौल इस तरह हो गया है कि अपने बल पर युवा आगे नहीं बढ़ पा रहे हैं...सिर्फ परिवार के बल पर आगे बढ़ रहे हैं. युवाओं के बीच नया आंदोलन जब तक शुरू नहीं होगा तबतक नई शुरुआत नहीं होगी...राजनीति में लोग धनार्जन करने आते हैं. इससे देश का भला नहीं होगा.''
मुझे वोट की चिंता नहीं, काम करता रहूंगा: नीतीश कुमार
वहीं हाल ही में उपचुनाव में मिली करारी हार पर नीतीश कुमार पहली बार बोले. उन्होंने कहा, ''हम जोकीहाट में वोट तक नहीं मांगे. हमने कहा हम काम करते हैं. अगर लगता है कि हमने काम किया तो वोट दें.'' नीतीश कुमार ने कहा कि उन्हें वोट की चिंता नहीं है. उनका यकीन जातीय समीकरण में नहीं है. वे हर वर्ग के लिए काम करने में लगे हैं. उन्होंने कहा, ''हमारे राज्य में मदरसा के टीचरों पर लाठी नहीं चली. आप हमें वोट भले मत दीजिए हम काम करते रहेंगे.''
नीतीश कुमार ने कहा, ''मेरा चरित्र ये नहीं कि किसी के बयान पर अनाप-शनाप बोलते रहें. कुछ लोग मेरे खिलाफ अनाप-शनाप बोल रहे हैं.'' उन्होंने कहा कि चंद लोग शराब का धंधा करते रहेंगे, हमको सब पता है पकड़े जाएंगे तो सीधे जेल जाएंगे. उन्होंने कहा, ''कुछ लोग इस अभियान के चलते हमसे नाखुश हैं वे रहें...हम झेलने को तैयार हैं. सरकारी तंत्र में कुछ लोग घचपच करते हैं...सब मुझे पता है. हमारी सब पर नजर है. सरकारी तंत्र में जो लोग लाभ उठाने में लगे हैं उन्हें हम छोड़ेंगे नहीं...कुछ लोगों को गाली देने के सिवा किसी बात में रूचि नहीं है.''
भ्रष्टाचार, क्राइम और सांप्रदायिकता से समझौता नहीं
नीतीश कुमार ने कहा कि अल्पसंख्यक के लिए तीन करोड़ का बजट था. आज आठ सौ करोड़ तक पहुंचाया. वोट चाहिए जिसको दीजिए हमको कोई लेना देना नहीं, आपकी मर्ज़ी है. 2005 से हमने कभी समझौता नहीं किया. उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार, क्राइम और सांप्रदायिकता से समझौता नहीं होगा.
मुख्यमंत्री ने अपने कार्यकाल में एससीएसटी और अतिपिछड़ों को कॉम्पिटीशन में दी जाने वाली राशि का भी ज़िक्र किया. महिलाओं और लड़कियों के लिए हो रहे काम के बारे में विस्तार से बताया. उन्होंने कहा कि बिहार में काम हो रहा है. हमने बिजली के लिए कहा तो करके दिखाया. अल्पसंख्यकों के लिए काम हो रहा है.