बिहार: नीतीश ने की उच्चस्तरीय बैठक, 23 जिलों के 206 प्रखंड सूखाग्रस्त घोषित
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब तक के मिली रिपोर्ट्स के आधार जो कृषि विभाग ने सूखे की स्थिति के लिए तीन पैमाने निर्धारित किए हैं, उसमें से कोई एक भी पैमाना पूरा करने वाले 23 जिलों के 206 प्रखंडों को सूखाग्रस्त घोषित किया गया है.
नई दिल्ली: बिहार के 23 जिलों के 206 प्रखंड को सूखाग्रस्त घोषित किया गया है. सोमवार को नीतीश कुमार ने इसको लेकर उच्चस्तरीय बैठक की, जिसमें ये फैसला लिया गया. जिन जिलों के प्रखंडों को सूखाग्रस्त घोषित किया गया है, उन्हें सुखाड़ से निपटने के लिए दी जाने वाली सहायता राज्य संसाधन से उपलब्ध कराया जाएगा. प्रभावित जिलों में फसल को बचाने, वैकल्पिक कृषि कार्य की वय्वस्था करने, रोजगार के साधन उपलब्ध कराने और पशु संसाधनों को सही रख-रखाव करने आदि की व्यवस्था की जाएगी.
बिहार के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की तरफ से जारी प्रस विज्ञप्ति के मुताबिक पटना, भोजपुर, बक्सर, कैमूर, गया, जहानाबाद, नवादा, औरंगाबाद, सारण, सिवान, गोपालगंज, मुजफ्फरपुर, वैशाली, दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर, मुंगेर, शेखपुरा, जमुई, भागलपुर, बांका, नालंदा और सहरसा के 206 प्रखंडों को सूखाग्रस्त घोषित किया गया है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब तक के मिली रिपोर्ट्स के आधार जो कृषि विभाग ने सूखे की स्थिति के लिए तीन पैमाने निर्धारित किए हैं, उसमें से कोई एक भी पैमाना पूरा करने वाले 23 जिलों के 206 प्रखंडों को सूखाग्रस्त घोषित किया गया है. उन्होंने कहा कि आगे इस पैमाने के आधार पर जो रिपोर्ट आएगी, उसपर निगरानी रखते हुए दूसरे जिलों और प्रखंडों के बारे में उचित फैसला लिया जाएगा.