पटना: बिहार में नीतीश कुमार की नजर बिहार में अति पिछड़ी जातियों पर है. दो दिनों में मुख्यमंत्री ने अति पिछड़ों को नई सौगात दी है. आज राज्य सरकार ने तीन अति पिछड़ी जाति और नौ उप जाति को एसएसी में शामिल करने के लिए केंद्र सरकार को अनुशंसा भेजी है. इसके एक दिन पहले अति पिछड़ी जाति के छात्रों को बीपीएससी और यूपीएससी की पीटी (प्रीलिम्स टेस्ट) पास करने पर एक मुश्त पैसा देने का एलान किया.


मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर राज्य सरकार ने इन जातियों को अनुसूचित जाति में शामिल करने के लिए अनुशंसा इथनोग्राफिक अध्ययन रिपोर्ट के साथ जनजातीय कार्य मंत्रालय, भारत सरकार को भेजी. कल यानि शुक्रवार को ‘मुख्यमंत्री अत्यंत पिछड़ा वर्ग सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना’ के तहत अत्यंत पिछड़ा वर्ग के कैंडिडेट्स के लिए सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी के लिए प्रोत्साहन राशि देने का एलान किया.


इसमें बिहार लोक सेवा आयोग की तरफ से आयोजित संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा की पीटी पास करने वाले अत्यंत पिछड़ा वर्ग के अभ्यर्थियों को आगे की तैयारी के लिए एकमुश्त 50,000 (पचास हजार) रुपये और संघ लोक सेवा आयोग की तरफ से आयोजित संघ लोक सेवा आयोग की सिविल प्रतियोगिता परीक्षा की पीटी पास करने वाले अत्यंत पिछड़ा वर्ग के अभ्यर्थियों को एक मुश्त एक लाख रुपये का लाभ देने की स्वीक्ति राज्य सरकार ने दी है. ये जानकारी पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के सचिव ने दी.


सचिव ने कहा यह देखा जाता है कि बिहार लोक सेवा आयोग और संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा प्रतियोगिता परीक्षा की प्रारंभिक परीक्षा पास होने वाले अत्यंत पिछड़ा वर्ग के कैंडिडेट्स आर्थिक कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है. इसकी वजह से वे आगे की तैयारी नहीं कर पाते.