नई दिल्ली: बिहार से बड़ी सियासी खबर आ रही है. कल पटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के घर पर जेड़ीयू की बड़ी बैठक है. उस बैठक से पहले पार्टी के सीनियर नेता आरसीपी सिंह ने ये कहकर सियासी खलबली मचा दी है कि बिहार में कोई बड़ा और कोई छोटा भाई नहीं है. यानी सब बराबर है. अब सवाल ये उठता है कि क्या सीटों का बंटवार भी बराबर बराबर होगा?
आरसीपी सिंह का ये बयान इस मायने में काफी अहम हो जाता है क्योंकि बीजेपी खुद को बड़ा भाई मानते हुए लोकसभा की ज्यादा सीटों पर लड़ना चाहती है. जबकि जेडीयू पुराने रिश्तों की दुहाई देकर ज्यादा सीटों की मांग कर रही है. बीते 12 जुलाई को पटना में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और नीतीश की मुलाकात हुई थी. इसके बाद नीतीश ने कहा था कि महीने भर में सीट बंटवारे का फैसला हो जाएगा. लेकिन दो महीने हो चुके हैं और बड़ा भाई छोटा भाई के चक्कर में ही कोई फॉर्मूला नहीं निकल रहा है.
बिहार में लोकसभा की 40 सीटे हैं. बीजेपी के पास अभी 22 सांसद हैं. चर्चा है कि जेडीयू 12 से 15 सीटों पर लड़ सकती है. ऐसे में बीजेपी को अपनी कुछ सीटें जेडीयू को देनी होगी. अब सवाल ये भी है कि बीजेपी में किसका पत्ता साफ होगा. सीटिंग सांसदों की कौन सी सीट जेडीयू की झोली में चली जाएगी? सबसे बड़ा सवाल कि जेडीयू के इस तेवर के बाद क्या बीजेपी बड़े भाई की भूमिका में रह पाएगी?