पटना: बिहार में राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (आरएलएसपी) की ओर से आयोजित इफ्तार पार्टी में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी और एलजेपी नेता शामिल नहीं हुए. बताया जा रहा है कि बिहार में आरएलएसपी की एनडीए की पार्टियों से इस समय अनबन चल रही है. एलएसपी, जेडीयू और एलजेपी बिहार में बीजेपी की सहयोगी पार्टियां हैं.





इस बीच आरजेडी नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने आरएलएसपी प्रमुख और केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा से कहा कि वे एनडीए छोड़कर उनकी पार्टी के नेतृत्व वाले गठबंधन में शामिल हो जाएं. उन्होंने कहा कि एनडीए में उन्हें पिछले चार सालों से नजरअंदाज किया गया है. हालांकि कुशवाहा ने तेजस्वी के इस निमंत्रण को ठुकरा दिया. उन्होंने कहा कि वे एनडीए में हैं और नरेंद्र मोदी को 2019 के लोकसभा चुनाव में फिर से प्रधानमंत्री बनाने के लिए काम कर रहे हैं.


आरएलएसपी प्रवक्ता अभयानंद सुमन ने कहा कि इफ्तार पार्टी का निमंत्रण बिहार में एनडीए के सभी घटक दलों जेडीयू, बीजेपी और एलजेपी को उनके कार्यालयों में भेजा गया था. बिहार प्रदेश बीजेपी प्रमुख नित्यानंद राय और बीजेपी नेता देवेश कुमार इफ्तार कार्यक्रम में पहुंचे लेकिन जेडीयू और एलजेपी से कोई भी नहीं आया.


एनडीए की महाभोज में नहीं शामिल हुए थे कुशवाहा


बता दें कि 7 जून को एनडीए की तरफ से दिए गए महाभोज में उपेंद्र कुशवाहा शामिल नहीं हुए थे जिसके बाद कयास लगाए जा रहे थे कि कुशवाहा नीतीश कुमार और बीजेपी से नाराज़ चल रहे हैं. दरअसल 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए कुशवाहा ने बीजेपी से राज्य की 40 में से पांच लोकसभा सीटें मांगी थी. कहा जा रहा था की सीट बंटवारे पर बात नहीं बनने की वजह से कुशवाहा बीजेपी और एनडीए से नाराज चल रहे हैं. इसके बाद ये बात होने लगी कि अब कुशवाहा महागठबंधन में शामिल हो सकते हैं. तेजस्वी ने इसे लेकर उन्हें ट्वीट कर औपचारिक रूप से निमंत्रण भी दिया. हालांकि कुशवाहा ने साफ मना कर दिया और कहा कि वे एनडीए में ही रहेंगे.