पटना: बिहार में एक सितंबर से नए ट्रैफिक नियमों के तहत लगातार चेकिंग चल रही है. राजधानी पटना के अलग-अलग जगहों पर ड्यूटी पर तैनात ट्रैफ़िक पुलिसकर्मी गाड़ी चालकों द्वारा नियम की अनदेखी करने पर उनका चालान भी कर रहे हैं. इसी के मद्देनज़र पटना के कमिश्नर आनंद किशोर ने रविवार को वाहन चेकिंग अभियान के तहत चेकिंग की. चेकिंग के दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे की गाड़ी को नहीं रोकना पुलिसकर्मियों पर भारी पड़ गया.


दरअसल दोपहर तक़रीबन 12 बजे केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे एक गाड़ी में जा रहे थे. गाड़ी में कुल 4-5 लोग थे. पटना के बिहार म्युज़ियम के पास से गाड़ी गुज़री जहां चेकिंग अभियान पहले से ही चल रहा था. गाड़ी के आगे एमपी का स्टिकर लगा था. एमपी का स्टिकर लगा देख वहां खड़े पुलिसकर्मियों ने उसे रोकने की हिम्मत नहीं की और पास दे दिया.


हालांकि बाद में ख़ुद कमिश्नर ने मंत्री के बेटे की गाड़ी रोककर चेकिंग कराई. इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए कमिश्नर आनंद किशोर ने दोषी पुलिसकर्मियों पर तुरंत कार्रवाई का आदेश दे दिया. कार्रवाई के तहत दारोग़ा देवपाल पासवान और सिपाही दिलीप चंद्र को तत्काल सस्पेंड कर दिया है.


राजधानी पटना में अबतक 3263 चालान 


गौरतलब है परिवहन विभाग की तरफ़ से ज़ारी किए गए रिपोर्ट के मुताबिक़ राजधानी पटना में अबतक 3263 चालान काटे जा चुके हैं. एक सितंबर से सात सितंबर तक चालान की ज़ुर्माना राशि कुल 3664511 है. इतना ही नहीं राज्य को प्रदूषण रहित बनाने की क़वायद चल रही है. इसके तहत प्रदूषण जांच केंद्र खोलने के निर्देश भी दिए गए हैं. कुल 150 प्रदूषण जांच केंद्र खोले जाएंगे.


सरकार के परिवहन विभाग की तरफ़ से आम लोगों की सहूलित के लिए पटना सहित राज्य भर में पर्याप्त संख्या में प्रदूषण जांच केंद्र खोले जाएंगें. पेट्रोल पंप या सर्विस सेंटर पर प्रदूषण जांच केंद्र नहीं रहेगा उन्हें नोटिस जारी किया जाएगा.


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