नई दिल्ली: बिहार में एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर जारी कवायद के बीच बड़ी खबर आ रही है. बीजेपी सूत्रों के हवाले से खबर है कि प्रशांत किशोर सीट शेयरिंग की बातचीत में शामिल नहीं होंगे. यानी पहले ये कहा जा रहा था कि जेडीयू में शामिल के बाद प्रशांत किशोर को ये जिम्मेदारी दी जाएगी कि बीजेपी के साथ सीट बंटवारे पर जेडीयू की तरफ से बात करेंगे, अब खबर है कि वो शामिल नहीं होंगे.


बता दें कि इसी महीने 16 सितंबर को चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार की मौजूदगी में जेडीयू का दामन थाम लिया. माना जा रहा है कि प्रशांत के जेडीयू में शामिल होने के बाद पार्टी को आने वाले चुनावों में मदद मिल सकती है. नीतीश कुमार को सीएम की कुर्सी तक पहुंचाने में प्रशांत किशोर ने अहम भूमिका निभाई थी.


गौरतलब है कि सीट बंटवारे को लेकर बुधवार खुद नीतीश कुमार ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से दिल्ली में मुलाकात की थी. दोनों नेताओं के बीच लगभग 20 मिनट तक बातचीत हुई. इस दौरान दोनों के बीच में सीटों को लेकर सीधे बातचीत नहीं हुई लेकिन इतना तय हुआ कि नीतीश कुमार का सम्मान रखा जाएगा. दोनों नेताओं के बीछ हुई इस मुलाकात की खास बात ये है कि जब मुलाकात खत्म हुई तो नीतीश कुमार को बाहर छोड़ने के लिए अमित शाह नहीं आए, बल्कि भूपेंद्र यादव नीतीश कुमार को बाहर तक छोड़ा.


मालूम हो कि नीतीश कुमार ये कह चुके है कि बीजेपी के साथ सीट बंटवारे को लेकर सम्मानजनक फैसला हो चुका है. हालांकि अभी तक कुछ भी तय नहीं है कि जेडीयू को कितनी सीटें मिलेंगी. बिहार में लोकसभा की 40 सीटें हैं. फिलहाल बीजेपी के 22 सांसद हैं, जबकि उनकी सहयोगी पार्टी एलजेपी के छह और आरएलएसपी के तीन सांसद हैं. इस तरह कुल सांसदों की संख्या पहुंचती है 31. दो सांसद जेडीयू के पास हैं. इस तरह मौजूदा एनडीए के पास 33 सांसद हैं.