बिहार: एनडीए में हो चुका है सम्मानजनक सीटों का बंटवारा?
जिस तरह से नीतीश दावा कर रहे हैं कि सम्मानजनक समझौता हो चुका है तो क्या नीतीश के फार्मूले को बीजेपी ने मान लिया या फिर अभी भी अगर-मगर की स्थिति है. सूत्रों की मानें तो नीतीश कुमार की लगातार अमित शाह से बातचीत हो रही है.
पटना: 12 जुलाई को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने बिहार का दौरा किया था. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के उनके लिए 'डिनर डिप्लोमेसी' का भी आयोजन किया था. डिनर पर पहुंचे जब अमित शाह पहुंचे तो दोनों नेताओं ने बंद कमरे में लगभग 40 मिनट तक बातचीत की थी. उस वक्त बीजेपी की तरफ से इस बातचीत का ब्यौरा सामने नहीं आया था पर सीएम नीतीश ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ये जरूर कहा कि अगले तीन चार हफ्तों में सीट बंटवारे पर प्रस्ताव आ जाएगा. इस बीच दोनों दल के नेताओं के साथ बातचीत होती रही. सूत्रों के मुताबिक नीतीश कुमार ने दो ने फॉर्मूले दिए.
पहला फॉर्मूला
नीतीश कुमार की तरह से कहा गया कि रामविलास पासवान की पार्टी एलजेपी और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी आरएलएसपी को सीटें देकर जितना बचे वो बीजेपी और जेडीयू आधा आधा कर लें. इस हिसाब से बीजेपी और जेडीयू को 16-16 सीटें, एलजेपी को छह और आरएलएसपी को दो सीटें मिले. अगर उपेंद्र कुशवाहा को पार्टी एनडीए से अलग हो जाए तो जेडीयू और बीजेपी के बीच ये आंकड़ा 17-17 सीटों का हो जाएगा.
जेडीयू का तर्क
जेडीयू ने तर्क दिया कि बिहार में वह 'बड़े भाई' की भूमिका में है. नीतीश कुमार का चेहरा हैं जिसपर बिहार की जनता वोट देगी. इसलिए एक सीट ही सही लेकिन सिंबॉलिक होना चाहिए.
दूसरा फॉर्मला
बिहार में लोकसभा की कुल चालीस सीटें हैं. इसमें से जेडीयू को बीस सीटें मिले. इसके बाद बाकी बचे 20 सीटों में बीजेपी, एलजेपी और आरएलएसपी बांट ले.
जेडीयू का तर्क
क्योंकि जेडीयू का बीजेपी से एलायंस हुआ है ऐसे में दोनों के बीच 50-50 यानि आधा-आधा होना चाहिए. बीजेपी अपने कोटे से चाहे जिसको जितना दे.
वहीं सूत्रों की माने तो नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू का ऐसे तो हक सिर्फ 9 सीटों पर बनता है. अगर उपेंद्र कुशवाहा एनडीए से बाहर हो जाते हैं तो उनकी सीट को जेडीयू को दे दी जाएं तो 12 सीटों तक हो सकता है. ऐसे में बीजेपी को 22, जेडीयू को 12, रामविलास पासवान के खाते में छह सीटें मिलेंगी.
ये सारी बातें हो चुकी है लेकिन जिस तरह से नीतीश दावा कर रहे हैं कि सम्मानजनक समझौता हो चुका है तो क्या नीतीश के फार्मूले को बीजेपी ने मान लिया या फिर अभी भी अगर-मगर की स्थिति है. सूत्रों की मानें तो नीतीश कुमार की लगातार अमित शाह से बातचीत हो रही है. वहीं चिराग पासवान ने कहा कि उनके पास ऐसी कोई जानकारी नहीं है लेकिन बीजेपी नेता भूपेंद्र यादव से सीटों को लेकर बातचीत हो रही है. फिलहाल फाइनल कुछ भी नहीं है. उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि उन्हें ऐसी कोई जानकारी नहीं है. नीतीश कुमार को लेकर उन्होंने कहा कि सभी पार्टियों अपना-अपना दावा करती हैं. उनके पास भी ऐसी कोई जानकारी अबतक नहीं आई है.