Bihar Shikhar Sammelan: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि जब 2014 में बीजेपी से अलग होकर चुनाव लड़े थे तब की स्थिति अलग थी. अब साथ में हैं. उन्होंने कहा कि 2014 में अलग लड़ने के बावजूद हमने 17 फीसदी वोट मिले, जबकि उस समय का स्थिति बिल्कुल अलग थी. अब एनडीए से असंतोष का कोई सवाल नहीं है. बिहार के हित में बीजेपी के साथ गठबंधन है. वहीं आरजेडी और कांग्रेस के साथ गठबंधन पर नीतीश ने कहा कि पहले ही एलान करने की मजबूरी के बाद गठबंधन करना पड़ा.


बिहार का विपक्ष घबराहट में है


महागठबंधन के जिक्र पर उन्होंने कहा कि ये नाम उनका ही दिया हुआ है लेकिन अब वो एक 'सामान्य' गठबंधन है. बिहार का विपक्ष घबराहट में है. अब कोई कुछ भी गठबंधन बना ले इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा. मुख्यमंत्री ने रामविलास पासवान को 'मेजर फैक्टर' बताया. बिहार में एनडीए को इस बार कितनी सीटें आएगी, इसपर उन्होंने कहा कि वे सीटों की बात नहीं करते. पहले की तुलना में एनडीए बिहार में मजबूत होगा. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी ही देश के प्रधानमंत्री बनेंगे. क्या वे नरेंद्र मोदी की कैबिनेट में मंत्री बनेंगे, इसके जवाब में उन्होंने कहा कि बिहार की सेवा करना ही एक मात्र मकसद है.


गरीब सवर्ण आरक्षण


गरीब सवर्णों को आरक्षण का नीतीश कुमार ने समर्थन किया. उन्होंने कहा कि इसका विरोध करना गलत है. इसमें एससी-एसटी को जो आरक्षण मिल रहा है उसमें कोई बदलाव नहीं किया गया है. गरीब सवर्णों का आरक्षण देने गलत नहीं है. नई आरक्षण व्यवस्था से किसी को कोई नुकसान नहीं होगा. वहीं राफेल पर उन्होंने कहा कि लोकसभा में इसपर बहस हो चुकी है और सुप्रीम कोर्ट से भी फैसला आ चुका है. जब सुप्रीम कोर्ट का फैसला आ चुका है तो इसपर क्या कमेंट किया जाए. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को बोलने का अधिकार है.


नीतीश कुमार ने कहा कि राम मंदिर पर उनका जो पहले स्टैंड था वो आज भी है. आपसी सहमति या कोर्ट के फैसले से ही राम मंदिर बनना चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कॉमन सिविल कोड की बात नहीं होनी चाहिए.


क्राइम, करप्शन और कम्युनलिज्म से समझौता नहीं


एक बार फिर सीएम नीतीश ने जोर देते हुए कहा कि तीन चीजों से उन्होंने कभी समझौता नहीं किया. इसमें क्राइम, करप्शन और कम्युनलिज्म शामिल है. बिहार में क्राइम के साथ कोई कॉम्प्रोमाइज नहीं किया. राज्य में क्राइम रेट कम हुआ है. बिहार के पुराने आंकड़ो को देखें और आज की तुलना करें तो स्थिति साफ हो जाएगी. वीडियो वायरल होने से क्राइम बढ़ गया है ऐसा कहना गलत है.


तेजस्वी यादव पर निशाना


तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए नीतीश ने कहा कि मैंने तो बस इतना कहा था कि आपके उपर जो चार्ज लगा है इसको एक्सप्लेन कर दें. लेकिन जब नहीं एक्सप्लेन किए तो मेरे पास कोई चारा नहीं बचा. इसलिए हमने रिजाइन किया. इसके बाद हमने पार्टी के लोगों के साथ बैठक की जिसमें अलग होने का फैसला किया गया. उन्होंने कहा कि आरजेडी के काम करने का तरीका गलत था. पहले ही कह दिया था कि गठबंधन ज्यादा दिनों तक नहीं चलेगा. इस्तीफे के बाद बीजेपी का ऑफर आया, जिसपर पार्टी ने कहा कि इसे स्वीकार कीजिए.


शराबबंदी


लालू यादव का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि उनसे मेरा नैतिक मतभेद है लेकिन व्यक्तिगत रूप ऐसा कुछ नहीं है. तेजस्वी यादव से मेरा स्नेह है. मेरे बारे में बहुत कुछ गलत कहा गया. शराबबंदी पर नीतीश ने कहा कि कुछ लोग ही इसका विरोध कर रहे हैं. बिहार में शराबबंदी के कारण महिलाओं में उत्साह आया है. पूरे देश में शराबबंदी लागू होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि बिहार में बाल-विवाह और दहेज-प्रथा के खिलाफ भी अभियान चल रहा है.


आरएसएस


वहीं आरएसएस से जुड़ी चर्चा पर उन्होंने कहा कि वे इसके विचार से सहमत से नहीं है. हालांकि ये जरूर कहा कि वे छात्र जीवन से ही आरएसएस को जानते हैं. आरएसएस नियमित रूप से काम करता है. आज देशभर में उनका नेटवर्क है.


प्रशांत किशोर पर नीतीश का बयान


प्रशांत किशोर को लेकर नीतीश कुमार ने एक दिलचस्प बात बताई. सीएम नीतीश ने कहा कि अमित शाह ने दो बार प्रशांत किशोर को पार्टी में शामिल करने के लिए कहा. नीतीश ने कहा कि प्रशांत किशोर हमारे साथ साल 2015 के चुनाव में काम कर चुके हैं और अब एक बार फिर वे साथ में आ गए है. व्यक्तिगत तौर पर प्रशांत किशोर से मैं स्नेह रखता हूं, युवाओं को राजनीति में लाने के लिए प्रेरित करने काम उन्हें सौंपा है.


पलायन पर नीतीश का बयान


बिहार के मुख्यमंत्री से जब पलायन को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि अब ये कम हो गया है. नीतीश ने कहा कि एक बार भूटान के लोगों ने कहा कि बिहार से लोग यहां नहीं आ रहे हैं. उन्होंने ये भी कहा कि बिहार में उद्योग नहीं हैं लेकिन लोगों की कमाई बढ़ी है. बिहार में बड़ा उद्योग आएगा इसकी संभावना कम है. ज्यादातर इंडस्ट्री पानी के नजदीकी एरिया के करीब लगती है और बिहार लैंड लॉक स्टेट है. फिर भी बिहार में हम माहौल ऐसा बना रहे हैं जिससे यहां व्यापार बढ़ रहा है. अब बिहार के लोग काम करने के लिए बाहर के राज्य कम जा रहे हैं. बिहार के युवाओं को बिहार में ही काम मिल रहा है. बिहार में हमेशा कुछ लोगों की बाहर जाने की इच्छा होती है और जो लोग जा रहे हैं वो इसी इच्छा के तहत जा रहे हैं.