पटना: तीन राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की जीत का साइड इफेक्ट अब बिहार में भी देखने को मिल रहा है. आरजेडी ने लोकसभा चुनाव में ज्यादा सीटों पर अपना दावा ठोक दिया है. विपक्षी दलों की बैठक में तेजस्वी यादव ने अपनी पार्टी को 'ड्राइविंग सीट' देने की पेशकश कर रिजल्ट से पहले अपना पासा फेंका. अब उनकी पार्टी के प्रवक्ता खुलकर कह रहे हैं कि महागठबंधन में उनकी पार्टी बड़ी है, लिहाजा उनका अधिकार ज़्यादा सीटों पर बनता है.
आरजेडी प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने कहा कि बीजेपी के खिलाफ पूरे देश में आक्रोश है. एनडीए की सरकार अब जाने वाली है और गरीब-गुर्बों की सरकार बनने वाली है. पिछड़ा, अतिपिछड़ा, दलित, महादलित और अल्पसंख्यक सबकी आवाज है कि एनडीए की सरकार हमलोगों के खिलाफ है और इससे निजात पाना है. उन्होंने साफ किया कि इसमें बहस की कोई बात नहीं हमारी पार्टी सबसे बड़ी है.
वहीं आरजेडी के दावों पर कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष कौकब कादरी से पूछा गया तो उन्होंने आरजेडी के दावों को सीधे इनकार तो नहीं किया लेकिन अपनी मंशा भी साफ कर दी. उन्होंने कहा कि अपनी-अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ाने के लिए लोग बोलते हैं. लंबे समय से आरजेडी, यूपीए की सहयोगी रही है.
कांग्रेस नेता ने कहा कि मनमोहन सिंह के नेतृत्व में हमने मिलकर सरकार भी चलाया है. हम जब साथ बैठेंगे तो जो उचित स्थान होगा उसको वो मिलेगा. ज्यादा से ज्यादा सीटें पर गठबंधन जीते यही हमारी प्रायोरिटी है. एक बात तो मान के चलना है कि जो प्रभाव जिसका जहां है, उसकी अपेक्षा नहीं होनी चाहिए. हमारे यहां छोटे भाई या बड़े भाई जैसी कोई बात है नहीं. इन छोटी बातों पर अपना ध्यान ना रखकर के बड़ा मुद्दा ये है कि हम कैसे एनडीए का सफाया करें.