पटना: बिहार के नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा ने लालू यादव के छोटे बेटे और विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव को पहले नोटिस दिया था. नोटिस का जवाब नहीं मिलने पर मानहानि मुकदमा करने का एलान किया है. मंत्री के एक करीबी ने बताया कि सुरेश शर्मा एक हजार करोड़ रुपये की मानहानि का मुकदमा कर सकते हैं. तेजस्वी यादव ने सुरेश शर्मा पर मुजफ्फरपुर बालिका गृह यौन शोषण कांड में शामिल होने का आरोप लगाया था. इस मामले को लेकर सुरेश शर्मा ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत की.


मुजफ्फरपुर मामले पर नगर विकास मंत्री सुरेश शर्मा ने कहा, ''ब्रजेश ठाकुर एनजीओ चलाते थे या पत्रकारिता करते थे, इसमें मेरी संलिप्तता कभी नहीं थी. वहां के विधायक होने के नाते मुझे फंसाना चाहते हैं. तेजस्वी यादव के क्षेत्र में भी चार मर्डर हुआ है, उनको भी इस्तीफा देना चाहिए. वो चार्जशीटेड हैं, उनपर केस भी है और समन भी जारी हुआ है. तब वो क्यों नहीं इस्तीफा दे रहे हैं. मुझपर अनर्गल आरोप लगा रहे हैं.''


सुरेश शर्मा ने आगे कहा, ''ब्रजेश ठाकुर से फोन पर कभी बातचीत नहीं हुई है. उनके यहां मेरा कभी आना जाना भी नहीं है. हो सकता है किसी कार्यक्रम में पत्रकार के नाते मिले हों. उनके यहां शादी-ब्याह में भी नहीं गये. मैं शुरू से जनसंघ से बीजेपी के परिवार में रहा. हम शुरू से ही बीजेपी में रहे और बीजेपी में ही मेरा अंत होगा. किसी भी राजनीतिक या व्यक्तिगत लेवल पर उनसे संबंध नहीं रहा.''


मंत्री ने कहा कि वे सीबीआई के सामने पेश होने को तैयार हैं. सीबीआई जब पूछेगी तो वहीं बात कहूंगा जो अभी कह रहा हूं. सीबीआई जांच कर रही है इससे दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा. उन्होंने कहा कि तेजस्वी ने मेरे नोटिस का जवाब नहीं दिया है इसलिए मानहानि का मुकदमा करुंगा. सुरेश शर्मा ने कहा, ''तेजस्वी यादव के खिलाफ नोटिस दिया था. मानहानि के जवाब का इंतजार कर रहे हैं. हम कोर्ट में जाएंगे, अगर उनके पास सबूत है तो दिखाएं.''