पटना: बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने बुधवार को 1 पोलो रोड स्थित आवास को खाली कर 25-ए हार्डिग रोड स्थित आवास में चले गए. इस दौरान उन्होंने बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि हाई कोर्ट के आदेश के बावजूद आरजेडी नेता ने आवास खाली नहीं किया, इसलिए वे तत्काल अस्थायी रूप से आवंटित 25- ए हार्डिंग रोड स्थित आवास में चले गए.


सुशील मोदी ने ट्वीट किया, ''मुझे आवंटित 5 देश रत्न मार्ग स्थित आवास को नेता विरोधी दल श्री तेजस्वी यादव द्वारा कोर्ट के आदेश के बावजूद खाली नहीं किये जाने के कारण मुझे अस्थायी रूप से 25- ए हार्डिंग रोड स्थित आवास में जाना पड़ा. 1 पोलो रोड स्थित आवास को खाली कर ताला लगाकर कार्यपालक अभियंता को चाभी सौंपते हुए.''






1 पोलो रोड स्थित सरकारी आवास खाली कर चाबी भवन निर्माण और आवास विभाग को सौंपने के बाद उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि अब नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को 5-7 दिनों में 5, देशरत्न मार्ग स्थित आवास खाली कर देना चाहिए. पोलो रोड स्थित आवास से मैं कोई सामान लेकर नहीं जा रहा हूं ताकि यहां आने वालों को कोई दिक्कत नहीं हो. सारे सामान के साथ आवास छोड़ कर अस्थायी तौर पर आवंटित हार्डिंग रोड स्थित 25 ए आवास में मैं जा रहा हूं.


सुशील मोदी ने कहा कि सरकारी आवास के लिए इतनी लड़ाई, मोह-माया अच्छी नहीं है. 29 साल के तेजस्वी के पास कुल 52 सम्पति और 5 मकान जिनमें पटना में 3 आवास, गोपालगंज में एक आवास और दिल्ली में चार मंजिला आलीशान मकान है.


बिहार के उपमुख्यमंत्री ने आगे कहा कि जुलाई, 2017 के अंतिम सप्ताह में नई सरकार बनी. आरजेडी के करीब आधे दर्जन मंत्री बंगला खाली नहीं करने के लिए कोर्ट चले गए. तेजस्वी उसके डेढ़-दो महीने बाद कोर्ट गए. हाईकोर्ट के सिंगल बेंच से हारने के बाद डबल बेंच में गए. कोर्ट का अंतिम निर्णय आने तक सरकार इंतजार कर रही थी. अब डबल बेंच ने भी बंगला खाली करने का आदेश दे दिया है. ऐसे में तेजस्वी को बंगला खाली कर देना चाहिए.


इसके साथ ही सुशील मोदी ने कहा कि अगर तेजस्वी स्वयंमेव बंगला खाली नहीं करते हैं तो भवन निर्माण विभाग कानूनसम्म्त कार्रवाई करेगी. वैसे मैं उम्मीद करता हूं कि वे स्वतः बंगला खाली कर देंगे और सरकार को कोई कार्रवाई करने की नौबत नहीं आयेगी. अगर गरीबों के मकान के लिए आरजेडी कोई लड़ाई लड़ती तो बात समझ में आती, मगर आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष रामचन्द्र पूर्वे जैसे नेता भी सरकारी बंगले पर अवैध कब्जा बनाये रखने केलिए धरना-प्रदर्शन में शामिल हो जाते हैं.


सुशील मोदी ने कहा कि दरअसल आरजेडी की मंशा है कि सरकार जबरन बंगला खाली कराये और वे लोगों के बीच जाकर बतायें कि उनके साथ ज्यदाती हुई है. मगर नेता प्रतिपक्ष को समझना चाहिए कि सरकारी आवास कोई उनकी निजी सम्पति नहीं है. संवैधानिक पदों पर बैठे व्यक्ति को मर्यादा की रक्षा करनी चाहिए.


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