पटना/कटिहार: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के वरिष्ठ नेता और कटिहार से सांसद तारिक अनवर ने शुक्रवार को पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. तारिक ने पार्टी अध्यक्ष शरद पवार के राफेल मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पक्ष में बयान देने पर यह कदम उठाया है. उन्होंने राफेल लड़ाकू विमान सौदे में हुई कथित गडबड़ी की जांच संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से कराने की मांग की. यह पूछने पर कि वह किस पार्टी में जाएंगे? उन्होंने कहा, "अभी इस मामले में कोई फैसला नहीं किया है. कार्यकर्ताओं से राय-मशवरे के बाद आगे की रणनीति बनाई जाएगी."





अनवर ने कहा कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने देश के एक बड़े उद्योगपति घराने को मदद की है, और इस मामले की जांच कराई जानी चाहिए. उन्होंने बताया कि उन्होंने पार्टी और लोकसभा की सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी पूरी तरह राफेल सौदे में लिप्त हैं और वह अभी तक अपने को पाक-साफ साबित करने में असफल रहे हैं. फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति द्वारा इस संबंध में दिए गए बयान से राफेल सौदे में घोटाले की पुष्टि होती है." उन्होंने कहा कि ऐसे में पार्टी अध्यक्ष शरद पवार की तरफ से प्रधानमंत्री के बचाव में आने से वह पूरी तरह असहमत हैं.


इसके साथ ही अनवर के इस कदम को बिहार कांग्रेस और आरजेडी ने जायज ठहराया है. कांग्रेस नेता और विधान पार्षद प्रेमचंद्र मिश्रा ने अनवर के इस कदम का स्वागत करते हुए कहा कि पवार का राफेल मामले में बयान दुर्भाग्यपूर्ण है, और ऐसे में अनवर का कदम सही है. इधर, आरजेडी के विधायक भाई विरेंद्र ने भी अनवर के इस कदम का स्वागत किया है.