पटना: बीते काफी वक्त से पारिवारिक कलह में फंसे तेज प्रताप ने अपनी राजनीति को वापस पटरी पर लाने की ठान ली है. डेढ़ महीने से घर-परिवार और पार्टी से दूरी बनाकर रख रहे तेज प्रताप आज अचानक पटना में आरजेडी दफ्तर पहुंच गए. राजनीति में आने के बाद से तेज प्रताप ने पहली बार पार्टी दफ्तर में पार्टी कार्यकर्ताओं की करीब 3 घंटे लंबी बैठक ली. राजनीति में आने के बाद ये संभवत पहला मौका है जब तेज प्रताप ने पार्टी दफ्तर में इतनी लंबी बैठक की है. वो भी तब जब वो अपने घर से दूर हैं, परिवार वालों से दूरी बनाई हुई है, छोटे भाई तक से सही तरीके से बातचीत नहीं हो रही.


तेज प्रताप की आज की इस बैठक के कई अहम राजनीतिक मायने हैं. दरअसल डेढ़ महीने से घर से बाहर रह रहे तेज प्रताप न सिर्फ परिवार से दूर हो गए थे बल्कि उनकी राजनीति भी ठंडी पड़ गई थी. लेकिन आज जिस तरह से अचानक पार्टी दफ्तर पहुंच कर तेज प्रताप यादव ने पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक ली है उससे इतना तो साफ है कि भले ही उनकी पारिवारिक स्थिति खराब चल रही हो लेकिन वो अपनी राजनीति को जिंदा रखना चाहते हैं.


उपेंद्र कुशवाहा के महागठबंधन में जाने पर सस्पेंस बरकार, बोले- अभी फैसला नहीं लिया, सामने कई विकल्प


आरजेडी दफ्तर पर लगभग 3 घंटे की मैराथन बैठक के बाद बाहर निकले तेज प्रताप यादव ने बताया कि आज की बैठक में छात्र आरडेडी और डीएसएस के कार्यकर्ताओं से आगे होने वाली एक बड़ी रैली के बारे में चर्चा हुई जिसमें लाखों की संख्या में युवा पटना पहुंचेंगे. तेज प्रताप ने बताया कि पटना के गांधी मैदान में इस रैली का आयोजन किया जाएगा हालांकि अभी तारीख फाइनल नहीं हुई है लेकिन इस रैली में तेजस्वी यादव, राहुल गांधी और अखिलेश यादव को भी निमंत्रण भेजा जाएगा.आरजेडी ऑफिस से बाहर निकलते हुए तेज प्रताप ने हाथ में भगवत गीता दिखाते हुए 2019 के रण को महाभारत के तर्ज पर लड़ने की बात कही.


भूपेश बघेल होंगे छत्तीसगढ़ के नए मुख्यमंत्री, कल शाम 5 बजे होगा शपथग्रहण


बैठक के दौरान तेज प्रताप ने मीडियाकर्मियों से बातचीत के दौरान कहा कि राजनीति में वो तेजस्वी से पीछे नहीं रह गए बल्कि उन्होंने ही तेजस्वी को आगे बढ़ाया. तेज प्रताप हमेशा से खुद को कृष्ण और छोटे भाई तेजस्वी को अर्जुन कहते आये हैं लेकिन आज उन्होंने साफ कह दिया कि कृष्ण के बिना अर्जुन कुछ नहीं कर सकता.



VIDEO: दीपिका से शादी के बाद रणवीर सिंह ने किसी और के लिए गाया- 'तूने मारी एंट्रिया, दिल में बजी घंटिया', देखें कौन है वो