बिहार: सीपीआई की रैली से नदारद रहे तेजस्वी, सुशील मोदी बोले- विपक्षी गोलबंदी की हवा निकल गई
सुशील मोदी ने कहा कि सीवान-गोपालगंज में बाहुबलियों से नजदीकी बढ़ाने वाले तेजस्वी यादव ने रैली से दूरी बना कर साफ कर दिया कि राजद के लिए कौन ज्यादा जरूरी है. जो लोग अपने काडर के नहीं हुए, वे जनता का क्या भला करेंगे?''
पटना: बिहार की राजधानी पटना में गुरुवार को सीपीआई की तरफ से आयोजित 'भाजपा हराओ-देश बचाओ' रैली में तकरीबन सभी विपक्षी दल के नेता पहुंचे. लेकिन प्रमुख विपक्षी दल आरजेडी के नेता और पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव इस रैली से नदारद रहे. अब इसको लेकर बिहार के डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने निशाना साधा है.
सुशील मोदी ने ट्वीट किया कि सीवान-गोपालगंज में बाहुबलियों से नजदीकी बढ़ाने वाले तेजस्वी यादव ने रैली से दूरी बना कर साफ कर दिया कि आरजेडी के लिए कौन ज्यादा जरूरी है. मोदी ने कहा कि पटना रैली की विफलता से विपक्षी गोलबंदी की हवा निकल गई.
अपने ट्वीट में सुशील मोदी ने कहा, ''बिहार में 15 साल तक नरसंहारों में किसानों-गरीबों के मारे जाने और चारा घोटाला जैसे भ्रष्टाचारों के बावजूद लालू-राबड़ी राज का समर्थन करने के कारण जो वामपंथी दल जनता का भरोसा खो चुके हैं, वे रैली करके 11 करोड़ लोगों के विकास को समर्पित एनडीए सरकार से कोई मुकाबला नहीं कर सकते. पटना रैली की विफलता से विपक्षी गोलबंदी की हवा निकल गई.''
बिहार में 15 साल तक नरसंहारों में किसानों-गरीबों के मारे जाने और चारा घोटाला जैसे भ्रष्टाचारों के बावजूद लालू-राबड़ी राज का समर्थन करने के कारण जो वामपंथी दल जनता का भरोसा खो चुके हैं, वे रैली करके 11 करोड़ लोगों के विकास को समर्पित एनडीए सरकार से कोई मुकाबला नहीं कर सकते...... pic.twitter.com/MWjp8FCPL8
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) October 25, 2018
एक और ट्वीट में उन्होंने कहा, ''लालू प्रसाद के शासनकाल में सत्ता का संरक्षण पाने के लिए वामपंथियों ने हत्या-अपहरण के सैंकड़ों मामलों पर तो चुप्पी साधी ही, प्रखर छात्र नेता कामरेड चंद्रशेखर की हत्या पर भी ठंडा रवैया अपनाया था. सीवान-गोपालगंज में बाहुबलियों से नजदीकी बढ़ाने वाले तेजस्वी यादव ने रैली से दूरी बना कर साफ कर दिया कि राजद के लिए कौन ज्यादा जरूरी है. जो लोग अपने काडर के नहीं हुए, वे जनता का क्या भला करेंगे?''