पटना: बिहार की सियासत दिलचस्प हो गई है. हाल ही में एनडीए से अलग होकर महागठबंधन का दामन थामने वाले उपेंद्र कुशवाहा ने संकेत दिया कि उनकी पार्टी आरएलएसपी के साथ शरद यादव की पार्टी लोकतांत्रिक जनता दल का विलय हो सकता है. जब उनसे इसको लेकर एबीपी न्यूज़ ने सवाल किया तो उन्होंने विलय की संभावना से इंकार नहीं किया.


उपेंद्र कुशवाहा ने कहा, ''शरद यादव की पार्टी के साथ विलय होगा ऐसा कहना अभी उचित नहीं होगा. हमलोग मिलते जुलते रहते हैं, एक विचारधारा के लोग हैं. शरद यादव सामाजिक न्याय के क्षेत्र में आज की तारीख में सबसे बड़े लीडर हैं. आगे शायद कोई संभावना लगे तो हो सकता है लेकिन अभी कुछ ऐसा नहीं है कि कह दें कि पार्टी का विलय हो रहा है.''


इसके अलावा जब आरएलएसपी अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा से ये सवाल पूछा गया कि उनकी पार्टी को महागठबंधन में कितनी सीटें मिलेंगी तो उन्होंने कहा कि इसका फैसला हो चुका है. कुशवाहा ने कहा, ''कितनी सीटों पर पार्टी चुनाव लड़ेगी ये महागठबंधन में तय हो गया है. लेकिन अभी उसका खुलासा करना इसलिए संभव नहीं हो पाएगा क्योंकि सब पार्टियां मिलकर घोषणा करेंगी. इसलिए घोषणा होने तक इंतजार करना पड़ेगा.'' उन्होंने कहा कि मकर सक्रांति के बाद इसकी घोषणा होगी.


बता दें कि कुशवाहा बिहार में शिक्षा सुधार यात्रा पर निकले हुए हैं. नीतीश कुमार की सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि बिहार में शिक्षा व्यवस्था चौपट है. गरीब बच्चों की पढ़ाई के लिए कुछ भी नहीं है. शिक्षकों को खिचड़ी पकाने का काम दे दिया गया है. कानून व्यवस्था की स्थिति लचर है. अपराधियों के मन में प्रशासन के भय़ नाम की कोई चीज नहीं है. खुलेआम अपराध की घटना को अंजाम दिया जा रहा है.



उधर लोकतांत्रिक जनता दल के नेता शरद यादव के करीबी उदय नारायण चौधरी ने कहा कि एक मुहिम में हमलोगों ने महागठबंधन बनाया. इस महागठबंधन के नेता तेजस्वी यादव हैं. उपेंद्र कुशवाहा एनडीए छोड़कर महागठबंधन में आ गए हैं, हम उनका स्वागत करते हैं. जहां तक विलय का सवाल है तो इसपर हमलोग आगे विचार करेंगे. जब तक वरीय नेताओं से बात नहीं कर लेते तबतक इसपर नहीं बोला जा सकता लेकिन यह अच्छा कदम होगा. उदय नारायण चौधरी लोकतांत्रिक जनता दल के बिहार प्रदेश अध्यक्ष हैं.