पटना: बिहार में शिक्षा व्यवस्था के बहाने 3 जनवरी से आरएलएसपी अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा यात्रा पर निकलेंगे. इससे पहले वे आरेजडी सुप्रीमो लालू यादव से मुलाकात करेंगे. 29 दिसंबर को कुशवाहा रांची की जेल में लालू यादव से मिलेंगे. पूर्व केंद्रीय मंत्री सूबे में शिक्षा सुधार को लेकर अपने 25 सूत्री मांगों के साथ राज्य की नीतीश कुमार की सरकार को घेरते रहे हैं. बुधवार को उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के शिक्षा मंत्री मेरे माथे पर हाथ रखकर कहें कि इस मुद्दे पर मैं उनसे मिला था कि नहीं. इतना ही नहीं वो इस मुद्दे को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी मिल चुके हैं.


पार्टी कार्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए उन्होंने राज्य में शिक्षा सुधार पर अपनी पार्टी के कार्यक्रमों की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि आरएलएसपी की ओर से 'शिक्षा सुधार यात्रा' निकाली जाएगी. इसकी शुरूआत सावित्री बाई फुले की जयंती पर 3 जनवरी से कुर्था जहानाबाद में जगदेव बाबू की प्रतिमा के नजदीक से होगी और नवादा तक जाएगी. यह कार्यक्रम नौ दिनों तक चलेगा. इसके बाद 2 फरवरी को आक्रोश मार्च निकाला जाएगा और राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा जाएगा.


कुशवाहा ने यह भी कहा कि पहले से बिहार में शिक्षा की स्थिति चौपट है. उसको सुधार करने का संकल्प हमारी पार्टी ने लिया था. हमारी पार्टी ने विभिन्न कार्यक्रमों के जरिए 25 सूत्री मांगें रखी थीं. इसपर सरकार का रुख सकारात्मक नहीं है. हमारी मांगों की अनदेखी की जा रही है. उन्होंने सवाल किया कि आखिर बिना शिक्षक कैसे पढ़ाई होगी. गुणवत्तापूर्ण शिक्षा बिहार में नहीं है. सरकारी स्कूल में पढ़ने वालों की संख्या घट रही है. इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने राजनीतिक प्रतिक्रिया देने से पूरी तरह से परहेज किया.


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