पटना: आज बिहार में एनडीए ने डिनर पर सभी की निगाहें टिकी हैं, लेकिन इस भोज में आरएलएसपी नेता उपेंद्र कुशवाहा शामिल नहीं होंगे. उन्होंने बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष को इस भोज में शामिल नहीं होने की असमर्थता जताई है. उपेंद्र कुशवाहा ने व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए नहीं आने की बात कही है.


उधर 2019 में बिहार में आरएलएसपी ने पांच सीटों पर किया दावा है. आएलएसपी के कार्यकारी अध्यक्ष नागमणि ने कहा कि 2020 के विधानसभा चुनाव में उपेंद्र कुशवाहा को मुख्यमंत्री पद के लिए प्रोजेक्ट किया जाए. नागमणि ने दावा किया को बीजेपी के बाद सबसे ज़्यादा जनाधार वाली पार्टी आरएलएसपी है.


नागमणि ने कहा कि बीजेपी और जेडीयू के कुछ नेता नीतीश कुमार को एनडीए का नेता बता रहे हैं जो गलत है. बीजेपी बड़ी पार्टी है और अमित शाह चाणक्य हैं. एनडीए की बैठक में पहले तय हो जाना चाहिए. बिहार में यादव के बाद कुशवाहा का वोट दस प्रतिशत है. एनडीए की देश में बड़ी हार हुई है और पिछड़ों और दलितों के बीच में उपेंद्र कुशवाहा पॉपुलर नेता हैं.


गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव में अभी करीब एक साल बाकी है लेकिन बिहार में सत्तारूढ़ एनडीए में नेतृत्व के 'चेहरे' और 'सीटों' को लेकर अभी से टकराव शुरू हो गया है. एनडीए के घटक दलों में शामिल सभी पार्टियां अधिक से अधिक सीटों पर अपनी दावेदारी कर रही हैं. वहीं, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जेडीयू राज्य में खुद को 'बड़े भाई' के रूप में पेश कर बीजेपी पर दबाव बना रही है.