नई दिल्लीः प्रशांत किशोर महागठबंधन में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) और कांग्रेस के नेताओं को छोड़कर बाक़ी नेताओं के साथ पिछले दो दिनों में दो दौर की बैठकें कर चुके हैं. क्या बिहार में एनडीए और महागठबंधन से इतर कोई तीसरा गठबंधन या मोर्चा भी बनने की संभावना बन सकती है? ये कयास पिछले दो दिनों से दिल्ली के राजनीतिक गलियारों में लग रहे हैं.


वजह है चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के साथ महागठबंधन के कुछ दलों के नेताओं की मैराथन बैठक. पिछले दो दिन गुरुवार और शुक्रवार को इन नेताओं के साथ प्रशांत किशोर बैठक कर चुके हैं.


दो दिनों में दो बैठक


प्रशांत किशोर दोनों दिन राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (आरएलएसपी) के नेता उपेंद्र कुशवाहा, पूर्व मुख्यमंत्री और हिन्दुतान अवाम मोर्चा (एचएएम) के नेता जीतन राम मांझी और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के नेता मुकेश साहनी के साथ बैठकें कर चुके हैं.


नेताओं ने दिया तीसरा मोर्चा बनाने का सुझाव


बैठक बड़े गोपनीय तरीके से की गई है लेकिन सूत्रों के मुताबिक़ इन सभी नेताओं ने प्रशांत किशोर से बिहार में एक तीसरे मोर्चे की संभावना भी तलाशने को कहा है. इन नेताओं का मानना है कि इस मोर्चे में कांग्रेस को भी शामिल किया जा सकता है.


हालांकि, ये अभी नहीं मालूम है कि प्रशांत किशोर ने इस प्रस्ताव पर क्या कहा लेकिन वो पहले ही साफ़ कर चुके हैं कि वो फ़िलहाल किसी पार्टी या मोर्चे से जुड़ना नहीं चाहते.


महागठबंधन में मोलभाव में मदद मिलेगी


हालांकि, जिन नेताओं ने प्रशांत किशोर के साथ बैठक की उनके कुछ नज़दीकी सूत्रों का ये भी कहना है कि इन नेताओं का ये पूरा अभ्यास सीटों के बंटवारे में अपना वजन बढ़ाने के उद्देश्य से किया जा रहा है. तीसरे मोर्चे का विकल्प सामने रखकर ये पार्टियां आरजेडी और कांग्रेस पर ज़्यादा सीटें देने का दबाव बना सकते हैं.


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