भोजपुर: बिहार के भोजपुर जिले में एक युवक की हत्या में शामिल होने के संदेह में उग्र भीड़ ने एक महिला के कपड़े फाड़कर और उसे निर्वस्त्र करके घुमाया. इस दौरान उसकी पिटाई भी की गई. इस मामले में पुलिस की लापरवाही की बात सामने आई है, जिसके बाद एसएचओ समेत आठ पुलिसकर्मियों को स्सपेंड कर दिया गया है. महिला को निर्वस्त्र करके घुमाने पर विपक्षी दलों ने कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं.



आरजेडी नेता और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर कहा, ''नीतीश जी के कुशासनी राज में कल बिहार के आरा में एक महिला को निर्वस्त्र दौड़ा-दौड़ा कर मॉब लिंचिंग की कोशिश की गई. इंसानियत को तार-तार करने वाली इस घिनौनी घटना को देख व सुन रूह कांप गयी. नैतिक बाबू, अगर मानवता, शर्म और संवेदना बची है तो अंतरात्मा जगा जल्दी से राजभवन पहुँचिये.''






पुलिस अधीक्षक अवकाश कुमार ने बताया कि यह घटना  तब हुई जब लापता हुए 19 वर्षीय विमलेश शाह का शव रेलवे ट्रैक के नजदीक बरामद हुई . उन्होंने बताया कि शाह के गांव दामोदरपुर के लोगों ने उसका शव बरामद होने के बाद रेड लाइट एरिया में रहने वाले लोगों पर विमलेश शाह की गला घोंट कर हत्या करने का संदेह व्यक्त किया .





ग्रामीणों ने स्थानीय बाजार में कई दुकानों में आग लगा दी और कई लोगों की पिटाई की. उग्र ग्रामीणों ने एक महिला के कपड़े फाड़ दिये और उसके बाद उसे निर्वस्त्र करके घुमाया. इस दौरान महिला की पिटाई भी की गई. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि भीड़ ने पास से गुजर रही ट्रेन पर भी पथराव किया. उनका कहना है कि घटनास्थल पर पहुंची पुलिस को हिंसा को नियंत्रित करने के लिए हवाई फायरिंग करनी पड़ी. भीड़ की ओर से भी गोलीबारी की गयी .


उन्होंने  स्थिति को नियंत्रण में बताते हुए कहा कि इस मामले में प्राथमिकी दर्ज किये जाने के साथ भीड़ में शामिल लोगों की शिनाख्त कर उनकी गिरफ्तारी के लिए प्रयास जारी है.