पटना: बिहार में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और प्रवक्ता बिनोद शर्मा ने शनिवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने कहा है कि पार्टी को बालाकोट हवाई हमले के सबूत नहीं मांगने चाहिये थे. संसदीय चुनाव से ठीक पहले बिनोद के इस्तीफे को कांग्रेस के लिये बड़ा झटका माना जा रहा है.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को संबोधित करते हुए एक पत्र में बिनोद शर्मा ने कहा कि पार्टी आलाकमान ने बालाकोट में आतंकवादियों के शिविरों पर हवाई हमले पर सवाल उठाकर जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं तथा आम लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है.
वरिष्ठ नेता ने यह भी कहा कि उन्होंने राहुल गांधी को बीते एक महीने में राज्य के पार्टी कार्यकर्ताओँ की भावनाओँ से अवगत कराने के लिये कई बार पत्र लिखा लेकिन उनके अनुरोधों पर कोई ध्यान नहीं दिया गया. शर्मा ने आरोप लगाया कि कुछ कांग्रेस नेता "पार्टी के दिग्गजों जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के बताये रास्तों से भटक गए हैं."
बिनोद शर्मा ने कहा कि हवाई हमलों के बार-बार सबूत मांगना "शर्मनाक तथा बचकाना" है. "मैं तीस साल तक सेवा करने के बाद भारी मन से कांग्रेस से इस्तीफा दे रहा हूं. पार्टी हाईकमान ने सेना का मनोबल गिराकर भावनाओँ को ठेस पहुंचाई है. इससे आतंकवादियों का जोश बढ़ा है."
बता दें कि शर्मा बिहार कांग्रेस के महासचिव रह चुके हैं. उन्होंने 1996 में कांग्रेस के टिकट पर पालीगंज विधानसभा सीट से उपचुनाव लड़ा था, जिसमें उन्हें हार मिली थी. वह 1996 से 2000 के बीच एनएसयूआई की बिहार ईकाई के अध्यक्ष भी रह चुके हैं.
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