आगरा: आगरा में तेज तूफान आफत बन कर आया और सब तबाह करता हुआ चला गया. इस भयंकर तूफान में 43 लोगों की जान चली गई और 50 से अधिक लोग घायल हो गए. इस तूफान से जहां एक ओर जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया वहीं पशु पक्षी भी इससे अछूते नहीं रहे. इस आसमानी आफत ने बड़ी संख्या में पशु-पक्षियों को भी चपेट में ले लिया.


आगरा में कई मोर और सैकड़ों तोते भी तूफान का शिकार बन गए. इतनी बड़ी संख्या में पक्षियों की मौत लोगों में चर्चा की विषय बनी हुई है. बताया जा रहा है कि कई गाय-भैंस व अन्य जानवर भी इस तूफान का शिकार बन गए.


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कई जानवरों की मौत पेड़ आदि ने नीचे दबने से हो गई तो पक्षी आसमान में हवा के कारण उड़ ही नहीं पाए और तूफान का शिकार बन गए. हालांकि पक्षियों को बचाने वाली संस्थाओं ने काफी पक्षियों को बचा लिया. हेल्पलाइन के जरिए जहां से भी कबूतर, मोर और तोते घायल होने की सूचना मिली ये टीमें वहां पहुंचीं और बचाव का काम शुरू किया.



कुदरत की तबाही से यूपी में अब तक 70 लोगों की जान जा चुकी है. बुधवार की रात को राज्य के कई इलाक़ों में तेज़ हवा के साथ बारिश हुई. कुछ जगहों पर ओले भी पड़े. आंधी-तूफ़ान से आगरा में जान माल का सबसे अधिक नुकसान हुआ. ताज नगरी में 43 लोगों की मौत हो गई है जबकि 35 घायल हुए हैं.


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बिजनौर और कानपुर देहात जिलों में तीन-तीन लोगों की जान गई है. योगी सरकार ने केन्द्र से 153 करोड़ 43 लाख रूपए की आर्थिक मदद मांगी है. इस मामले में केन्द्रीय कृषि मंत्रालय को चिट्ठी भेज दी गई है. हर मृतक के घरवालों को 4 लाख रूपए का मुआवज़ा देने का एलान किया गया है.