एडीएम और रिटायर्ड कर्नल के बहाने बीएसपी और बीजेपी आमने सामने
निलंबित चल रहे एडीएम रैंक के अधिकारी हरिश्चंद्र की पत्नी उषा ने मायावती से मुलाक़ात की, ये भेंट दिल्ली में हुई. कुछ दलित अफ़सरों की पहल पर बीएसपी की मुखिया ने उषा की बात सुनी.
नई दिल्लीः नोएडा में एडीएम और रिटायर्ड कर्नल का झगड़ा अब बीएसपी बनाम बीजेपी हो सकता है. दलित एडीएम के बचाव में बीएसपी सुप्रीमो मायावती कूद पड़ी हैं. झूठे मुकदमे में कर्नल को जेल भिजवाने के आरोप में एडीएम सस्पेंड हो चुके हैं. अब बीएसपी और पीसीएस एसोसिएशन योगी सरकार से इंसाफ़ की मांग कर रही है. यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कर्नल और एडीएम के झगड़े में सबके साथ न्याय होगा.
निलंबित चल रहे एडीएम रैंक के अधिकारी हरिश्चंद्र की पत्नी उषा ने मायावती से मुलाक़ात की, ये भेंट दिल्ली में हुई. कुछ दलित अफ़सरों की पहल पर बीएसपी की मुखिया ने उषा की बात सुनी. मायावती के आदेश पर बीएसपी नेता लालजी वर्मा ने योगी आदित्यनाथ से भेंट की. उन्होंने एडीएम हरिश्चंद्र, उनकी पत्नी और बेटे पर से हत्या के प्रयास का मुक़दमा ख़त्म करने की मांग की. बीएसपी नेताओं ने तो योगी से एडीएम का निलंबन भी रद्द करने को कहा. मीडिया से बात करते हुए पार्टी नेता लालजी वर्मा ने कहा कि सिर्फ़ दलित होने के कारण हरिश्चंद्र को परेशान किया जा रहा है. बीएसपी अब इस बहाने दलितों को एकजुट करने की कोशिश में है.
आम तौर पर मायावती इस तरह के मामलों में नहीं पड़ती हैं. लेकिन मौसम चुनावी है और मसला दलित अफ़सर का है. इसीलिए मायावती ने एडीएम के केस को हाथ में लेने में तनिक भी देरी नहीं की.
धर्म संकट में है यूपी की योगी सरकार और बीजेपी दलितों को मनाने के लिए एससीएसटी एक्ट में संशोधन हुआ तो बीजेपी के सवर्ण वोटर नाराज़ हो गए हैं और अब ये नई मुसीबत. दलित एडीएम के बहाने ही कहीं फिर से विरोध का माहौल न बनने लगे. जिस रिटायर्ड कर्नल वीरेन्द्र सिंह चौहान से उनका झगड़ा हुआ था, वे ठाकुर बिरादरी के हैं. एडीएम ने दलित एक्ट में झूठा केस कर कर्नल को जेल भिजवा दिया था. इसके ख़िलाफ़ नोएडा के रिटायर हो चुके फ़ौजी सड़क पर उतर आए. योगी सरकार को कुछ पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई करनी पड़ी. रिटायर्ड कर्नल फिर जेल से छूटे. इसके बाद उन्होंने एडीएम हरिश्चंद्र और उनके परिवार पर एफ़आईआर कर दिया.
राज्य सरकार ने एडीएम को निलंबित कर उनके ख़िलाफ़ विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी. उनके समर्थन में यूपी के पीसीएस एसोसिएशन ने मीटिंग की. एसोसिएशन के महासचिव पवन गंगवार ने सीएम और फिर चीफ़ सेक्रेटरी से मुलाक़ात की. एडीएम के साथी अफ़सर चाहते हैं कि उनके या परिवार के साथ अन्याय न हो.
इधर सोशल मीडिया में भी रिटायर्ड कर्नल और एडीएम का ग्रुप अपने तर्कों के संग कूद पड़ा है. एडीएम हरिश्चंद्र की पत्नी ने रोते हुए एक वीडियो जारी किया है. बीएसपी के नेता इसे शेयर कर रहे हैं .कहा जा रहा है कि योगी सरकार में दलित अफ़सर का उत्पीड़न हो रहा है. वहीं रिटायर हो चुके सेना के अफ़सर ये बताने में जुटे हैं कि एडीएम ने कैसे दलित एक्ट का नाजायज़ फ़ायदा उठाया जिससे एक बेक़सूर को जेल जाना पड़ा. रिटायर्ड कर्नल और एडीएम के झगड़े के बहाने राजनीति के नये तर्क गढ़े जा रहे हैं. ऐसे में एडीएम और रिटायर्ड कर्नल के बहाने बीएसपी और बीजेपी आमने सामने आ गई हैं.