पटना: बिहार में हेलमेट और गाड़ियों की पेपर चेकिंग के दौरान पुलिस की ज्यादती पर बीजेपी ने कार्रवाई की मागं की तो जेडीयू ने भी नाराजगी जताई है. दरअसल गुरुवार को पटना के एक्जीबिशन रोड पर चेकिंग के दौरान पब्लिक और पुलिस के बीच हुई झड़प ने उग्र रूप ले लिया था. यहां तक की एक महिला ने पुलिस पर अभद्र भाषा और बदतमीजी का भी आरोप लगाया था. पुलिस ने कल लाठीचार्ज भी किया था. इसमें कुछ लोग घायल हो गए थे. ऐसे में आज सभी दलों ने पुलिस के इस रवैये पर आपत्ति दर्ज की.
बीजेपी नेता और प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने कहा कि पुलिस को कानून का पालन करना है लेकिन किसी के साथ मारपीट करना या दुर्व्यवहार करना उचित नहीं हैं. नए मोटर व्हीकल एक्ट लोगों की सुरक्षा के लिए लाया गया है. इसे सख्ती से पालन कराना है. ऐसे में पुलिस का मित्रवत व्यवहार जरूरी है. अगर कोई व्यक्ति बीमार है और अस्पताल जा रहा है तो उसपर सख्ती करना जरूरी नहीं है. जो पुलिसकर्मी लोगों के साथ दुर्व्यवहार कर रहे हैं उन्हें चिन्हित कर कार्रवाई होनी चाहिए.
वहीं जेडीयू के प्रवक्ता निखिल मंडल ने भी पुलिस को फ्रेंडली होने की नसीहत दी. उन्होंने कहा कि पुलिस के रवैये को लेकर कई तरह के ऐसे उदाहरण सामने आ रहे हैं. ये निश्चित रूप से निंदनीय हैं. पुलिस को फ्रेंडली होकर देश में जागरुकता फैलाना है ताकि लोग सारे पेपर लेकर साथ चलें.
उधर कांग्रेस ने तो इस एक्ट के जरिए पैसे उगाही का आरोप लगा दिया. कांग्रेस के प्रवक्ता राजेश कुमार राठौड़ ने कहा कि नया कानून टैक्स उगाही का अड्डा बन गया है. बिहार में बहुत अत्याचार हो रहा है. 15 हजार की गाड़ी पर 23 हजार रुपये का चालान हो रहा है. पुलिस भी ये नहीं समझ रही है. पंजाब, मध्य प्रदेश और राजस्थान की सरकार ने सख्ती से नियम का पालन किया है लेकिन राजस्व में उन्होंने ढील दी है. इसलिए बिहार की सरकार से पंजाब सरकार के अनुसरण की अपील करते हैं. एक्ट में जो फाइन का तरीका है उसे अपनाया जाए लेकिन अवयरनेस प्रोग्राम भी चलाया जाए.
इसके अलावा ट्रैफिक एसपी डी अमरकेश ने कल पटना में हुई मारपीट और झड़प पर सफाई दी. उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं होना चाहिए. ट्रैफिक पुलिसकर्मी अगर ऐसा करते हुए पाए जाते हैं तो उनपर कार्रवाई होगा. हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि लोगों को भी पुलिस के साथ कॉपरेटिव होना चाहिए.