पटना: बीजेपी और जेडीयू ने राज्यसभा में आरजेडी की तरफ से एक कारोबारी को टिकट दिए जाने पर लालू यादव पर हमला बोल दिया. बिहार बीजेपी के नेता सुशील मोदी ने आरजेडी पर सवाल दागे. सुशील मोदी ने पूछा कि आखिर ए टू जेड का दावा करने वाली पार्टी को धनकुबेर क्यों भा रहे हैं? दरअसल, गुरुवार को पार्टी के राज्यसभा उम्मीदवारों के नामांकन के बाद तेजस्वी यादव ने कहा था कि उनकी ए टू जेड (A to Z) यानी सभी की पार्टी है.


धनकुबेर को टिकट देने का राज क्या है- सुशील मोदी


शुक्रवार को एनडीए के राज्यसभा उम्मीदवारों के नामांकन किया. नामांकन के बाद सुशील मोदी ने लालू यादव को निशाने पर लिया. उन्होंने कहा कि लालू यादव अपने काले कारोबार के हमराज प्रेमचंद गुप्ता को छठी बार बिहार से राज्यसभा में भेजा है, जबकि वे हरियाणा के रहने वाले हैं. उनका बिहार और यहां के लोगों से कभी कोई सीधा संबंध नहीं रहा है. आरजेडी दूसरे उम्मीदवार अमरेंद्रधारी सिंह भी आरजेडी के राजनीतिक कार्यकर्ता नहीं बल्कि 2.38 अरब की सम्पत्ति वाले ‘धनकुबेर’ हैं. एम-वाई समीकरण से कायांतरित हो कर ए टू जेड का दावा करने वाली पार्टी का सवर्ण रघुवंश बाबू या कोई समर्पित राजनीतिक कार्यकर्ता को नहीं, बल्कि प्रेमचंद गुप्ता और ए डी सिंह जैसे धनकुबेर को टिकट देने का आखिर राज क्या है?


इसके साथ ही उन्होंने कहा कि रेलवे के रांची और पुरी के दो होटल कोचर बंधुओं को लीज पर देने के एवज में प्रेमचंद गुप्ता की पत्नी सरला गुप्ता की कम्पनी डिलाइट मार्केटिंग प्रा. लि. के नाम 3.5 एकड़ जमीन लिखवाने और बाद में पटना के सगुना मोड़ स्थित उसी जमीन पर तेजस्वी यादव का 750 करोड़ की लागत से 7.66 लाख वर्ग फीट में बनने वाले बिहार के सबसे बड़ा 12 मंजिला मॉल के भ्रष्टाचार के मामले में तेजस्वी के साथ प्रेमचंद गुप्ता पर भी चार्जशीट दाखिल हो चुका है.


सुशील मोदी ने राज्यसभा के बदले पैसे का आरोप लगाया?


सुशील मोदी ने दावा किया, ''लालू प्रसाद ने विधायक, पार्षद, सांसद और मंत्री बनाने के एवज में जहां रघुनाथ झा और कांति सिंह जैसे अनेक नेताओं से जमीन-मकान दान में लिखवा लिया. बीपीएल श्रेणी के ललन चैधरी, रेलवे के खलासी हृदयानंद चैधरी और भूमिहीन प्रभुनाथ यादव, चंद्रकांता देवी, सुभाष चैधरी तक से नौकरी, ठेका या अन्य लाभ पहुंचाने के बदले कीमती जमीन-मकान दान के जरिए हासिल कर लिया, वे राज्यसभा में भेजने की क्या कीमत वसूले होंगे, इसका सहज अंदाजा लगाया जा सकता है.''


बिहार के डिप्टी सीएम ने दावा कि महागठबंधन का टूटना तय है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने आरजेडी से राज्यसभा की एक सीट मांगी थई लेकिन आरजेडी ने उसे ठोकर मार दिया. जब महागठबंधन में एक पुरानी राष्ट्रीय पार्टी का ऐसा अपमान हो सकता है, तब दूसरी पार्टियां कब तक खैर मनाएंगी. देर-सबेर महागठबंधन का बिखरना तय है.


वहीं जेडीयू की तरफ से आरसीपी सिंह ने तेजस्वी यादव और लालू यादव को निशाने पर लिया. उन्होंने कहा कि आरजेडी कभी ए टू जेट की पार्टी हो ही नहीं सकती.